ब्रिटेन ने 65,000 पूर्व नर्स और डॉक्‍टरों को वापस काम पर बुलाया है. सरकार ने यह कदम कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लिया है. साथ ही मेडिकल में पढ़ने वाले फाइनल ईयर के छात्रों को भी अस्‍पताल में मोर्चा संभालने के लिए बुलाया गया है. 200 से अधिक मौतें, 13 हज़ार संक्रमित, 'कोरोना' के कहर से दहला अमेरिका आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 1918 में इंफ्लूएंजा महामारी के बाद 2020 में संक्रामक बीमारी कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है और दुनिया के देशों में फैल गई है. इंग्‍लैंड की चीफ नर्सिंग ऑफिसर रुथ मे (Ruth May) ने कहा, ‘हम अकेले ही इस काम को कर सकते हैं, इसलिए मैं उन सभी नर्सों से काम पर वापस आने का निवेदन करूंगी जिन्‍होंने हाल में ही काम छोड़ा है. ईरान में मौत बरसा रहा कोरोना, इजरायल में एक दिन में 244 मामले दर्ज वायरस को लेकर नर्सिंग काउंसिल के अनुसार, पिछले तीन सालों में जिन 50,000 से अधिक नर्सों का रजिस्‍ट्रेशन रद हुआ था उन्हें बुलाया जा रहा है. जनरल मेडिकल काउंसिल 15,500 डॉक्‍टरों को भी आने का निवेदन किया है जिन्‍होंने 2017 से काम छोड़ा है. ब्रिटेन की स्‍वास्‍थ्‍य सेवा ने वैसे बिस्‍तरों को खाली करवाया जहां ज्‍यादा जरूरत नहीं है. ऐसे कुल 30,000 बिस्‍तर हैं.बता दें कि सरकार की ओर से सभी अस्‍पतालों को पर्याप्‍त्‍ तैयारी के लिए कहा गया है साथ ही यह भी कहा गया है कि प्रोटेक्‍टिव गियर और वेंटिलेटर्स की भी पर्याप्‍त व्‍यवस्‍था हो. वही, स्‍कॉटलैंड (Scotland) में जिन्‍होंने भी पिछले तीन साल के दौरान मेडिकल का पेशा छोड़ा है उन्‍हें वापस NHS आने के लिए विचार करने को कहा गया है. कोरोना वायरस के खात्‍मे के लिए अफगानी सरकार ने उठाया बड़ा कदम कोरोना : महामारी को लेकर बिल गेट्स की भविष्यवाणी हुई सच चीन के वैज्ञानिक का हैरतअंगेज़ दावा, कहा- वूहान में पैदा नहीं हुआ कोरोनावायरस