वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जीवन का बलिदान देने के लिए सम्मानित किए गए वैश्विक संगठन के 115 शांतिरक्षकों तथा कर्मचारियों में दो भारतीय भी शामिल हैं. कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन में अपनी सेवाएं दे रहे पुलिस अधिकारी जितेंद्र कुमार और भारत के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से सम्बंधित संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की सलाहकार शिखा गर्ग के साथ 113 संयुक्त राष्ट्र कर्मियों ने शांति के लिए काम करते हुए जनवरी 2018 से मार्च 2019 के बीच अपना जीवन बलिदान किया है. शिखा गर्ग उन चार भारतीयों में शामिल थीं जिनकी इस वर्ष मार्च में हुए इथियोपियन एयरलाइन्स के विमान हादसे में मृत्यु हो गई थी. वे नैरोबी में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) में हिस्सा लेने जा रही थीं. सोमवार को इन सभी की याद में आयोजित किए गए एक समारोह में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस, महासभा की प्रमुख मारिया फर्नांडा एस्पिनोसा, सुरक्षा परिषद की प्रमुख, संयुक्त राष्ट्र में इंडोनेशिया के दूत दियान त्रियानस्याह दिजानी तथा संचालन सहायता के अवर महासचिव अतुल खरे के अलावा संयुक्त राष्ट्र के आला अधिकारी के साथ शांतिरक्षकों ने भी ड्यूटी पर रहते हुए अपना जीवन बलिदान करने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की. समारोह में सभी 115 स्टाफ के नाम लिए गए . इनमें से 103 अफ्रीकी शांतिरक्षक थे. इस समारोह में कई देशों के राजनयिक तथा मृतकों के परिजन मौजूद थे. संयुक्त राष्ट्र अध्यक्ष ने 43 विभिन्न देशों के 115 सहयोगियों के आदर में एक मोमबत्ती जलाई. एस्पिनोसा ने इंसानियत के प्रति उनके समर्पण, जुनून और प्रतिबद्धता के लिए अपना अत्यंत आदर अभिव्यक्त किया. ट्रम्प ने दिया भारत को झटका, तेल को लेकर बढ़ेंगी मोदी सरकार की मुश्किलें 5 साल के बाद दुनिया की सैर, जानिए यो यो हनी सिंह का ख़ास प्लान ? 48 घंटे में ही बिक गई भारत और पाक के बीच होने वाले महामुकाबले की टिकिट