वाशिंगटन: कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया भर में निरंतर बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे अधिक हो गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, विश्व में कोरोना वायरस के सर्वाधिक पुष्ट मामलों की तादाद अमेरिका में है। वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तेजी से गहरा रहे कोरोना वायरसस संकट पर चर्चा करने के लिए अब तक कोई मीटिंग तय नहीं की गई है। इसे लेकर अब चीन पर सवाल खड़े होने लगे हैं, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता चीन के पास है। कोरोना वायरस के मामले दुनियाभर में 5,30,000 से अधिक हो गए हैं और करीब 24,000 लोग इस बीमारी के चलते काल के गाल में समा चुके हैं। अमेरिका में चीन और इटली से भी अधिक 85, 653 मामले सामने आए हैं। अमेरिका में कोविड-19 के चलते लगभग 1,300 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक, विश्व भर में संयक्त राष्ट्र के 78 कर्मचारियों में कोरोना वायरस पाया गया है। चीन की 15 राष्ट्रों की परिषद की अध्यक्षता 31 मार्च को ख़त्म हो जाएगी और कोविड-19 वैश्विक महामारी पर चर्चा करने के लिए मार्च में सुरक्षा परिषद की कार्यसूची में कोई मीटिंग शामिल नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने बताया है कि मानवीय सुरक्षा को इतने गंभीर तरीके से प्रभावित करने वाले मसले पर परिषद की चुप्पी दर्शाती है कि यह निश्चित तौर पर समय की चुनौतियों से निपटने के मकसदों के लिए सही नहीं है। PoK में जबरन कोरोना मरीज भेज रही पाक सेना, पूरी आबादी पर मंडरा रहा महामारी का खतरा कोरोना से बिगड़ी छवि सुधारने के लिए चीन की मास्क डिप्लोमेसी ब्रिटेन में प्रति 13 मिनिट में एक मौत, अमेरिका में हर 5 सेकंड में सामने आ रहा कोरोना केस