बीजिंग: परिस्थितियां समय के हिसाब से कैसे बदल जाती है यह चीन में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के बाद की घटनाओं को देखकर समझा जा सकता है.उधर पाकिस्तान ने भी मंजूर किया है कि उसने आतंकी संगठनों को अपने यहाँ पनाह दी है.वहीं अब चीन भी कह रहा है कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र को समर्थन करेगा. उल्लेखनीय है कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा पिछले दिनों किये गए परमाणु परीक्षण के बाद उसके खिलाफ कदम उठाने में बीजिंग संयुक्त राष्ट्र का समर्थन करेगा. बता दें कि चीन के पास वीटो पॉवर है. वांग ने बीजिंग में प्रेस को बताया कि कोरियाई प्रायद्वीप में हुए नये घटनाक्रम को देखते हुए चीन ने इस बात से सहमति जताई कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को उत्तर कोरिया को जवाब देना चाहिए. हालाँकि चीनी विदेश मंत्री ने चीन के विचार प्रकट करते हुए कहा कि प्रतिबंध और दबाव मुद्दे के हल के लिए आधा उपाय ही है. शेष आधा उपाय वार्ता और बातचीत ही है. स्मरण रहे कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर युद्ध के लिए आमादा होने का आरोप लगाया है.इसलिए अमेरिका चीन से बार-बार आग्रह कर रहा है कि वह अपने इस पड़ोसी देश पर दबाव बनाने में मदद करे. अब जबकि चीन ने उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र को समर्थन देने का फैसला कर ही लिया है तो अब अमेरिका को कार्रवाई करवाने में आसानी हो जाएगी.अभी तक चीन को छोड़कर अन्य सभी देश किम जोंग उन के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के पक्ष में थे.अब देखना यह है कि संयुक्त राष्ट्र क्या कार्रवाई करता है. यह भी देखें अब मुस्कुरा कर होगा ऑन लाइन भुगतान पाकिस्तान हमारी बर्दाश्त करने की क्षमता नाप रहा : बिपिन रावत