चीन और अमेरिका जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर आगे आए और संयुक्त बयान जारी किया। दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा हम यह साझा करते हैं कि बयान में यह सहमति है कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए मजबूत प्रतिज्ञाओं को वर्ष के अंत में अंतरराष्ट्रीय वार्ता के एक नए दौर से पहले पेश किया जाना चाहिए। बता दें कि चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने गुरुवार (15 अप्रैल) और शुक्रवार (16 अप्रैल) को शंघाई में चीनी जलवायु दूत झीये झेनहुआ और उनके अमेरिकी समकक्ष जॉन केरी के बीच बैठक के बाद यह बयान दिया। उनके संयुक्त बयान में कहा गया है कि "संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन जलवायु संकट से निपटने के लिए एक दूसरे के साथ और अन्य देशों के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" आगे जोड़ा गया है कि दोनों देश "समझौते पर 2020 तक ठोस समझौते को कम करने के उद्देश्य से पेरिस समझौते से गठबंधन किए गए तापमान तक पहुँचने के लिए ठोस कार्रवाई को जारी रखेंगे।" उल्लेखनीय है कि केरी बुधवार (14 अप्रैल) की रात को तंग कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शंघाई पहुंचे और उन्हें एकांत होटल में स्थानांतरित कर दिया गया जो जनता के लिए खुला नहीं था। बाद में उन्होंने सियोल की यात्रा की। 22 अप्रैल तक श्रद्धालुओं के लिए बंद हुए कालकाजी के कपाट, कोरोना के चलते लिया गया फैसला बिहार में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, फिर सामने आए इतने केस दिल्ली पुलिस ने बचाई 35 कोरोना मरीजों की जिंदगी, अस्पताल में पहुंचाए 20 ऑक्सीजन सिलिंडर