उज्जैन: उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी में अब चपरासियों को सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर प्रमोट किया जाएगा। मिली जानकारी के तहत यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसके लिए 15 से ज्यादा लोगों का चुनाव किया है। बताया जा रहा है यह लोग 12वीं या इससे ज्यादा पढ़े लिखे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अब इन्हें अपनी पढ़ाई का फायदा मिलने जा रहा है। इस समय ये सभी लोग यूनिवर्सिटी में चपरासी के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं लेकिन अब इन्हें कानपुर में ट्रेनिंग दी जाएगी। आप सभी को यह भी बता दें कि विक्रम यूनिवर्सिटी में काफी समय से अनुकंपा नियुक्तियों के मामले लटके हुए हैं। हाल ही में इस बारे में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने जानकारी देते हुए कहा कि, ''उन्होंने पेंडिग पड़े मामलों की फाइलें फिर से निकलवाना शुरू किया है। उन लोगों की तलाश की गई जो योग्यता होने के बाद भी चपरासी के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। यूनिवर्सिटी में 15 ऐसे लोगों को चुना गया है जो 12 से ग्रेजुएशन तक पढ़े हैं उन्हें कंप्यूटर की भी बेसिक जानकारी है।'' आगे उन्होंने कहा, ''इन लोगों को यूनिवर्सिटी अब आगे बढ़ने का मौका देने जा रही है। सभी 15 लोगों को कानपुर यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इसके बाद ये लोग विक्रम यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक होने से सुरक्षित रखने का काम करेंगे। साथ रही ये लोग रिजल्ट बनाने में भी मदद करेंगे।'' अब इस जानकारी के बाद यूनिवर्सिटी में खुशी का माहौल है। अनुकंपा के आधार पर चपरासी के तौर पर काम कर रहे राहुल का कहना है कि, ''वह ग्रेजुएट हैं। लेकिन फिर भी उनको यह काम करना पड़ता है। ट्रेनिंग के लिए वह कानपुर जरूर जाएंगे।'' '4 हिन्दू लड़कियों को मुस्लिम बनवाओ वरना जान से मार दूंगा..' शौहर की करतूत के खिलाफ बीवी पहुंची थाने दिलीप कुमार के जाने से बुरा हुआ सायरा बानो का हाल, सामने आई ये भावुक कर देने वाली तस्वीरें 'स्पेशल साड़ियां' पहनकर महिला मंत्रियों ने बढ़ाई पीएम मोदी की नई टीम की शोभा