पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने मिलकर एक ऐसा कॉन्सेप्ट बनाया है जिसने भारत के वैज्ञानिकों को का ध्यान आकर्षित किया है. इन छात्रों ने डेटा प्रोडक्शन के लिए सोलर पैनलों का कॉन्सेप्ट दिया है. छात्रों ने अपने इस प्रयोग में सोलर पैनल का उपयोग कर बिजली और ऊर्जा के साथ डेटा प्रोडक्शन करने में कामयाबी हासिल की है. अपने प्रयोग में छात्रों को मिली सफलता के चलते देश की बड़ी संस्थाओं ने प्रजेंटेशन के लिए बुलाना भी शुरू कर दिया है. भारत के रेलवे डेवलपमेंट एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने भी पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के इन छत्रों के प्रयोग की तारीफ की है. यहीं नहीं सृजन संचार नामक संस्था से जुड़े संगठन व अन्य लोगों ने भी इन छत्रों को बुलाया है. अगर सृजन संचार को इन छात्रों का प्रयोग पसंद आता है तो छात्रों को संगठन की तरफ से अनुदान भी मिल सकता है. ये प्रयोग छत्तीसगढ़ के दुर्गम क्षेत्रों में भी इंटरनेट डेटा के लिए बहुत सहायक हो सकता है . लाई-फाई तकनीक की बात करें तो इस पर अभी विश्व भर में शोध कार्य चल रहा है. विश्वविद्यालय के डॉ संजय तिवारी ने का कहना है कि डिजिटल इंडिया का सपना तब तक पूरा नहीं हो सकता जब तक भारत में इंटरनेट और कनेक्टिविटी की स्पीड तेज नहीं हो. मौसम का मिजाज गर्म सड़क दुर्घटना में कार पलटी अब छत्तीसगढ़ में 11 संसदीय सचिवों की नियुक्ति पर नोटिस