कहते है की शिवलिंग की पूजा से हर मनोकामना पूरी हो जाती है.पर क्या आप जानते है की शिवलिंग को योनि के साथ ही पूजा जाता है. लेकिन ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग की पूजा सिर्फ पुरुष ही कर सकते हैं और कुवारी लड़कियां नहीं. 1-कहानियां यह बताती हैं कि अविवाहित महिलाओं को शिवलिंग के पास इसलिए नहीं आना चाहिए क्योंकि शिव सबसे पवित्र और हर वक्त तपस्या में लीन रहते थे. 2-शिव मंदिरों में ध्यान और पूजा की जाती है इसलिए यह जगह बहुत पवित्र और आध्यात्मिक मानी जाती है. इसलिए इस जगह पर अकेली लड़कियों का आना मना होता है. 3-भगवान शंकर के ध्यान के दौरान यह सावधानी रखी जाती थी कि कोई भी देवी या अप्सराएं भगवान के ध्यान में विग्न ना डालें. 4-यह माना जाता है कि अनजाने में भी कई गलती बहुत बड़े विनाश का कारण बन सकती है. इसलिए पुरानी मानयताओं के मुताबिक महिलाओं का शिवलिंग के पास आना माना है. 5-पर इसका मतलब है कि कुवारी लड़कियां शिव जी की पूजा नहीं कर सकती हैं. वे पूजा कर सकती हैं लेकिन शिव और माता पार्वती के साथ. भगवान शिव का त्रिशूल है पवित्रता का प्रतीक