लखनऊ : उन्नाव गैंग रेप में सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ जांच में आरोपों को सही पाया है. वही दूसरी और एक फर्जी सीबीआई अफसर ने फ़ोन पर विधायक की बीवी से एक करोड़ रुपये कर दी जिसके बाद पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है. युवको को गाजीपुर पुलिस ने गुरुवार को सीबीआई अफसर बनकर और बीजेपी के नेता बनकर विधायक की पत्नी को कॉल करके डील करने के जुर्म में गिरफ्तार किया है. विधायक की पत्नी की शिकायत के बाद पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सिंह को 5 मई को पहली कॉल की. कॉल में हमने खुद को बीजेपी नेता बताकर एक करोड़ रुपये में सीबीआई से डील करवाकर विधायक को बचाने का आश्वासन दिया. इंदिरानगर के सी-ब्लॉक में रहने वाली संगीता को दूसरे दिन फिर कॉल आई और इस बार कॉल करने वाले खुद को सीबीआई का अफसर बताया और उसी कथित नेता से बातचीत का हवाला दिया जिसने एक दिन पहले उन्हें कॉल की थी. संगीता को संदेह होने लगा. 9 मई की शिकायत के बाद गाजीपुर पुलिस ने नंबरों को सर्विलांस के जरिए ट्रेस किया तो उनकी लोकेशन मिल गई. इंस्पेक्टर गाजीपुर सुजीत राय ने बताया कि कॉल करने वाले गोसाईंगंज निवासी आलोक द्विवेदी और चिनहट निवासी विजय रावत को गिरफ्तार कर लिया गया है. इंस्पेक्टर सुजीत राय के मुताबिक आरोपी आलोक बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र है. विजय रावत पढ़ाई के साथ एक ठेकेदार का कामकाज संभालता है. पुलिस के अनुसार दोनों मौके का फायदा उठा कर धन कमाना चाहते थे उन्नाव गैंगरेप में बीजेपी विधायक पर लगे आरोप सही -सीबीआई बीजेपी MLA के बेटे पर रेप का आरोप उन्नाव रेप केस: आरोपी विधायक को दूसरी जेल में शिफ्ट किया