लखनऊ। उत्तरप्रदेश भारतीय जनता पार्टी की सरकार के गठन होने के बाद अब सरकार द्वारा कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में कई निर्णय आगे बढ़ रहे हैं। तो दूसरी ओर मंत्रियों को उनके विभाग दिए जाने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि शाम तक मंत्रियों को विभाग आवंटित किए जा सकते हैं। दरअसल मंत्रियों को आवास व कार्यालय देने का कार्य भी चल रहा है। हालांकि मंत्रियों के कुछ आवास और कार्यालयों के साथ कथित अंधविश्वास जुड़ गया है। राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा हो रही है। बंगला नंबर 22 भी इसी अंधविश्वास का शिकार है। दरअसल अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में यह बंगला तीन मंत्रियों को दिया गया। जिसमें कृषि मंत्री आनंद सिंह को यह बंगला दिया गया था। वे बर्खास्त हो गए थे। जिसके बाद यह बंगला कैबिनेट मंत्री शिवाकांत ओझा को दिया गया। कुछ माह में ही ओझा को बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद शादाब फातिमा मंत्री बन गईं और फिर उन्होंने विधायक निवास छोड़कर शिफ्टिंग कर दी। इसी तरह से विधान भवन के 58 नंबर कक्ष को लेकर भी इस तरह की चर्चा की गई। मु ख्यमंत्री आवास के पास ही ऐसे कुछ बंगले हैं। इनमें 6 कालिदास मार्ग काफी प्रमुख रहा है। दरअसल पहले यहां पर मुलायम सिंह यादव सरकार में मुख्य सचिव रहीं नीरा यादव रहा करती थीं। कहा जाता है कि उन्हें जेल जाना पड़ा था उन पर नोएडा भूखंड आवंटन के मसले पर आरोप लगाए गए थे। यह बंगला बाद में अमर सिंह को मिला। जब मुलायम सिंह यादव की सत्ता चली गई तो अमर सिंह भी यहां से चले गए बाद में तो उन्हें पार्टी तक छोड़ना पड़ गई। बहुजन समाज पार्टी की सरकार बन गई तो बाबूसिंह कुशवाह को यह बंगला दिया गया। मगर बाद में वे एनआरएचएम घोटाले में फंस गए। इसके बाद यह बंगाल सपा सरकार में वकार अहमद शाह को दिया गया। मगर वे केवल 6 माह में बीमार हो गए और कोमा में चले गए। जब अखिलेश सरकार अस्तित्व में आई तो यह बंगला मंत्री राजेंद्र चैधरी को दिया गया। मगर बाद में उनसे महत्वपूर्ण मंत्रालय छिनकर उनका कद केवल राजनैतिक पेंशन मंत्री तक सीमित कर दिया गया। बाद में जावेद आब्दी को यह बंगला मिला मगर उत्तरप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पद से उन्हें हटा दिया गया। सरकार बिना भेदभाव काम करेगी- योगी आदित्यनाथ यूपी में भारत सरकार की महत्वपूर्ण सौगात, 2,147 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजना की दी मंजूरी सरकार बिना भेदभाव काम करेगी- योगी आदित्यनाथ