बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को लेकर बताया जा रहा हैं की इस बार नंबर बढ़वाने का खेल न खेला जा सके, इसके लिए बोर्ड ने एक नया प्रावधान जारी किया है. इस प्रावधान के तहत बोर्ड की नजर अब मूल्यांकन करने वालों पर टिकी रहेगी तथा 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वालों की स्क्रीनिंग भी कराई जाएगी. बोर्ड से प्राप्त निर्देशों के आधार पर मूल्यांकन केंद्रों को हिदायत दी गई है. उप-निरीक्षक की जिम्मेदारी होगी कि पंद्रह फीसद कॉपियों को रैंडमली चेक करते वक्त इस बात का ख्याल रखे. इसके पीछे का तर्क ये है कि हर साल नकल माफिया हावी हो जाते हैं और मूल्यांकन केंद्र पर सेटिंग के जरिए कॉपियों में नंबर बढ़वाने का खेल शुरू हो जाता है. हर साल इस खेल पर लगाम लगाने के अथक प्रयास किए जाते हैं, पर सेंधमारी हावी होने के कारण विभाग उन खामियों की पकड़ कर पाने में असफल साबित होता है. ऐसे में बोर्ड ने मूल्यांकन के पहले बीते दिनों इलाहबाद में हुई बैठक में सभी को मूल्यांकन के लिए गाइडलाइन जारी की थी. बोर्ड ने सख्त हिदायत जारी करते हुए कहा था कि मूल्यांकन में यदि किसी परीक्षार्थी को 90 या उससे अधिक अंक प्राप्त हो तो उसकी स्क्रीनिंग कराई जाए.