मथुरा: इस समय पूरे भारत में कोरोना वायरस ने आतंक मचाया हुआ है. ऐसे में कई मजदुर हैं जिन्हे अब उनके घर भेजा जा रहा है. वही बीते कल देश में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला मानो भारत और पाक की सीमा हो. जी दरअसल हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बॉर्डर की. जहाँ मुहाजिर मज़दूरों के दाखिल को लेकर दोनों सूबों की पुलिस ही आपस में भिड़ गई, जिसे देखने वाले हैरान रह गए. आप सभी को बता दें कि मथुरा के थाना मगोर्रा इलाके में राजस्थान पुलिस मुहाजिर मज़दूरों को उत्तर प्रदेश की सरहद में दाखिल करा रहा थी. इसी दौरान इस बात को लेकर यूपी पुलिस के अफसरों ने नाराजगी जताई और उसके बाद देखते ही देखते दोनों सूबों की पुलिस में टकराव होने लगा. वहीं इस वारदात में यूपी पुलिस के दो दारोगा और कुछ सिपाही ज़ख्मी तक हो गए. इस नजारे को देखने के बाद सभी के होश उड़ गए क्योंकि ऐसा नजारा पाक और भारत के बार्डर के बीच नजर आता है लेकिन भारत मे ही ऐसा नजारा मिलना आश्चर्य की बात है. इस दौरान दोनो सूबों के सीनियर पुलिस अफसरों ने मौके पर पहुंच हालात पर काबू पाया. जी दरअसल कोरोना वायरस की वहज से चल रहे मुल्कगीर लॉकडाउन से सभी सूबों ने दूसरे सूबे से लगने वाली अपनी सरहदों को सील किया है. वहीं बगैर मेडिकल चेकअप और मुनासिब इंतेज़ाम के सुबे से बाहर से आने वाले लोगों को अपनी हद में दाखिन नहीं करने दे रहे. इस कारण से मथुरा से सटे राजस्थान बॉर्डर पर यूपी के सैंकड़ो मज़दूरों का जमावड़ा लग गया. जी दरअसल यह सभी राजस्थान से यूपी में दाखिल होकर अपने आबाई घर जाना चाहते थे और राजस्थान पुलिस इन्हें यूपी की सरहद में दाखिल करा रही थी. वहीं मथुरा के डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि, ''7-8 तारीख से मजदूरों का दोनों सूबों में आदान-प्रदान चल रहा था. इसे 9 मई की रात बंद कर दिया गया था. बदकिस्मती से अगले दिन सुबह राजस्थान पुलिस के कुछ अफसरों का हमारे पुलिस अफसरों के साथ तनाज़ा हो गया, जिसे सुलझा लिया गया है. अब तय हो गया है कि जब तक हालात साफ न हों, कोई मज़दूर सरहद पार नहीं भेजा जाएगा. अब कोई तनाज़ा नहीं है.'' 21वीं सदी खत्म होने तक इतने मीटर ऊंचा हो जाएगा समुद्र का स्तर इन राज्यों में कोरोना प्रसार ने बिगाड़ा जीडीपी का गणित 31 जनवरी को भारत में मिला पहला कोरोना मरीज, आज बन चुके है ऐसे हालत