नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) के साथ गठबंधन के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। यह संकट यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर है। इस उपचुनाव प्रतापगढ़ सदर सीट भी शामिल है। जहां अपना दल का विधायक था। इस सीट पर बीजेपी का राज्य नेतृत्व अपना उम्मीदवार उतारना चाहता है लेकिन अपना दल चाहती है यह सीट उसे मिले। विधानसभा चुनाव में चुनाव पूर्व गठबंधन के तहत भाजपा ने अपना दल को जो 11 सीटें दी थी, उसमें प्रतापगढ़ सदर सीट भी थी। इस सीट पर संगम लाल गुप्ता जीते थे, जिसे भाजपा ने अपने टिकट पर प्रतापगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ाया। इसकेबाद राज्य इकाई ने प्रतापगढ़ सदर सीट पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ दिया है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि राज्य इकाई इस सीट पर खुद चुनाव लडना चाहती है। दूसरी ओर लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार कई झटके खा चुका अपना दल इस सीट को किसी कीमत पर छोडने के लिए तैयार नहीं है। पार्टी चाहती है कि भाजपा आलाकमान जल्द से जल्द इस पर निर्णय ले कर स्थिति साफ करे। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा ने अपना दल को केंद्रीय मंत्रिमंडल से दूर रखते हुए अनुप्रिया पटेल को मंत्री नहीं बनाया। इसके बाद योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में भी उनके पति आशीष पटेल को जगह नहीं दी गई। उनका नाम अंतिम समय में सूची से हटाया गया। सिख लड़की के धर्मान्तरण मामले में बड़ा खुलासा, हाफिज सईद के आतंकी ने किया था अपहरण असम NRC: अगर अंतिम सूची में भी छूट गया है नाम, तो 120 दिनों के भीतर कर लें ये काम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उतर सकता है छोटा शकील का ये रिश्तेदार, ओवैसी बना सकते हैं उम्मीदवार