नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 की मतगणना आज सुबह से ही जारी है। इस दौरान जिस तरह के रूझान आए हैं उससे भारतीय जनता पार्टी बहुमत की ओर अग्रसर होती हुई नज़र आ रही है। चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को करीब 62 सीटों पर बढ़त मिलने की बात सामने आई है जबकि बहुजन समाज पार्टी केवल 20 सीटों की बढ़त पर ही दर्शाई गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी की विरासत उत्तरप्रदेश में लगभग समाप्ति की ओर है। विशेषज्ञ इस बात पर चिंतन कर रहे हैं कि क्या बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की विरासत अब समाप्ति की ओर है। क्या बीएसपी का किला ढह जाएगा। जिस तरह से अल्पसंख्यकों में भी भाजपा और अन्य दलों को पसंद किए जाने की बात कही गई है उससे सवाल किए जा रहे हैं कि क्या मायावती को अपनी राजनीतिक शैली और राजनीति कैरियर को लेकर गंभीर चिंतन करना होगा। क्या यह चुनाव मायावती के कैरियर का टर्निंग प्वाईंट होगा। माना जा रहा है कि बसपा में टूट हो जाएगाी और कई नेता यहां से वहां हो जाऐंगे। गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही बड़े पैमाने पर नेता बहुजन समाज पार्टी से भारतीय जनता पार्टी और अन्य दलों में चले गए थे। गौरतलब है कि वर्ष 1984 में बहुजन समाज पार्टी का गठन हुआ था और बसपा ने पहली बार समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। बाद में वर्ष 1995 में मुलायम सिंह यादव ने सरकार ने सरकार गिरा दी। जीत पर बोले शिवराज ,ये है दिलों पर राज करने वाले मोदी का मैजिक कोई भी बटन दबा हो, वोट बीजेपी को ही मिला, मायावती ने की फिर चुनाव करवाने की मांग जनता ने किया राष्ट्रविरोधी शक्तियों के खिलाफ वोट