लखनऊ । समाजवादी पार्टी के मार्गदर्शक मुलायम सिंह यादव के दो पत्रों को लेकर बवाल मच गया है। दरअसल इस मामले में यह बात सामने आई है कि दो पत्रों में दो हस्ताक्षर अलग-अलग होने से बवाल मच गया है। मिली जानकारी के अनुसार मुलायम सिंह यादव के इन पत्रों पर अलग - अलग हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं। दरअसल ये पत्र मुलायम सिंह यादव के नाम से जारी किए गए थे। इन दोनों पत्रों में किरणमयी नंदा को पार्टी से निकालने का आदेश दिया गया और दूसरी में राम गोपाल यादव के निष्कासन पर संसदीय बोर्ड द्वारा पुष्टि की गई थी। इन दोनों पत्रों पर मुलायम सिंह यादव के हस्ताक्षर थे लेकिन इन दोनों पत्रों में हस्ताक्षर अलग अलग किए गए हैं। दरअसल पत्र में मुलायम सिंह यादव का नाम अलग लिखा है तो तो दूसरे पत्र में यह पूरा लिखा है। जिसमें मुलायम सिंह यादव का नाम अलग है उसमें उनका नाम आधा अधूरा लिखा गया है। दोनों पत्रों के दोनों हस्ताक्षर अलग अलग हैं। इस मामले में सपा के पूर्व सदस्य किरणमय नंदा ने पत्रों को फर्जी कहा। इस मामले में कहा गया कि नेताजी की ओर से इस तरह के पत्रों को हटाकर पार्टी तोड़ने का प्रयास किया गया है। उनका कहना था कि वे नेताजी का बड़ा सम्मान करते हैं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव का समर्थन करने की बात कही।