लखनऊ: मोदी सरकार में उत्तर प्रदेश कोटे से बने मंत्री, राज्य में सोमवार से जन आशीर्वाद यात्रा पर निकल रहे हैं, जिसके माध्यम से वो 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए लोगों से संवाद कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे. वहीं, विपक्ष ने भी सत्ताधारी भाजपा को घेरने की पूरी योजना बना ली है. भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के जवाब में समाजवादी पार्टी (सपा) की सहयोगी महान दल और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) सोमवार से ही 'भाजपा हटाओ यात्रा' आरंभ कर रही है. सपा पूर्वांचल और पश्चिम यूपी दोनों ही इलाकों में एक साथ भाजपा के विरुद्ध अपने सहयोगी दलों को मुकाबले के लिए उतार रही है. महान दल की 'भाजपा हटाओ यात्रा' यूपी के रुहेलखंड इलाके के पीलीभीत जिले से आरंभ होगी और इटावा में इसका समापन होगा. वहीं, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) की 'भाजपा हटाओ-प्रदेश बचाओ जनवादी जनक्रांति यात्रा' बलिया से आरंभ होगी और 31 अगस्त को अयोध्या में ख़त्म होगी. जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के संस्थापक डा संजय सिंह चौहान की अगुवाई में जनक्रांति यात्रा को सपा के दिग्गज नेता व विरोधी दल के नेता रामगोविन्द चौधरी बलिया में हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. जनवादी जनक्रांति यात्रा 16 अगस्त को बलिया से आरंभ होकर 17 अगस्त मऊ, 18 अगस्त सोनभद्र, 23 अगस्त मिर्जापुर, 24 अगस्त भदोही, 25 अगस्त प्रयागराज, 26 अगस्त प्रयागराज. 28 अगस्त आजमगढ़, 30 अगस्त अंबेडकरनगर और 31 अगस्त को अयोध्या में पहुंचकर समाप्त होगी. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई बैठक बाढ़ से बुरी तरह जूझ रहा तेजस्वी का विधानसभा क्षेत्र, चिराग ने जाकर बांटी राहत सामग्री रणदीप सुरजेवाला ने कहा- सोनिया गांधी को सुष्मिता देव का कोई पत्र नहीं मिला