लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कद्दावर नेता और यूपी कैबिनेट के पूर्व मंत्री हाजी याकूब और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ दायर किए गए मुकदमे को लेकर उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका खारिज होने के बाद अब शिकंजा कसना तय हो गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस, प्रशासन अब हाजी याकूब के घर की कुर्की की तैयारी में लग गया है। वहीं, याकूब के मीट प्लांट के ध्वस्तीकरण को लेकर उच्च न्यायालय में दाखिल की गई याचिका पर 10 मई को सुनवाई होनी है। बता दें कि हाजी याकूब की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उच्च न्यायालय द्वारा 31 मार्च को मीट प्लांट में छापेमारी के बाद दर्ज केस में याचिका खारिज होने से याकूब को बड़ा झटका लगा है। अदालत से याचिका खारिज होने के बाद अब पुलिस, प्रशासन को कार्रवाई का रास्ता खुल गया है। बता दें कि पुलिस पहले ही अदालत से हाजी याकूब के खिलाफ गैर जमानती वारंट प्राप्त कर चुकी है। अब हाजी याकूब की गिरफ़्तारी और उनकी संपत्ति पर कुर्की की कार्रवाई भी कभी भी संभव है। वहीं, मीट प्लांट के ध्वस्तीकरण को लेकर मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) की तरफ से जारी नोटिस को लेकर 10 मई को उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है। फिलहाल, 10 मई तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक है। MDA के जवाब के बाद उच्च न्यायालय में आगे की सुनवाई होगी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद MDA की तरफ से पूर्व मंत्री हाजी याकूब की संपत्ति पर कार्रवाई का रास्ता साफ हो जाएगा। ज्ञानवापी मस्जिद केस: अपनी याचिका वापस नहीं लेंगी राखी सिंह, मस्जिद का ताला तुड़वाने की मांग दक्षिण सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई हैजा महामारी की घोषणा की आज CAA विरोधी प्रदर्शन का केंद्र रहे 'शाहीनबाग़' में गरजेगा बुलडोज़र, ध्वस्त किए जाएंगे अवैध निर्माण