कोरोना संक्रमण की बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्पष्ट किया है कि सेना और अर्धसैनिक बलों के शहीद की पत्नी एवं आश्रितों को राज्य सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. इसके साथ ही गांव की सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा. राज्य सरकार ने इसकी घोषणा पहले से ही कर रखी है. क्या तानाशाह का 'डुप्लीकेट' है दुनिया के सामने आया शख्स ! तो असली कहाँ है अपने बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी शहीदों को पुनः नमन करते हुए कहा कि हमें एवं पूरे देश को आप पर गर्व है. सीएम आफिस ने ट्वीट कर कहा कि पहले ही घोषणा कर दी गई है कि सेना और अर्धसैनिक बलों के मामलों में 50 लाख शहीद की पत्नी और जीवित माता-पिता को दिए जाएंगे. मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव की सड़क शहीद के नाम पर घोषित की जाएगी. इसलिए गाजीपुर के शहीद जवान अश्विनी यादव के परिवार को सरकार की नीति के अनुसार ये लाभ दिये जाएंगे. 24 घंटों में 2000 से अधिक मौतें, अमेरिका में 70 हज़ार के पार पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि राज्य सरकार ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि सेना व अर्धसैनिक बलों के शहीद की पत्नी एवं आश्रितों को राज्य सरकार की तरफ से 50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव की सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने की बात कही गई है. बुद्ध पूर्णिमा पर पीएम का बड़ा बयान, बोले- मानवता की सेवा करने वाले नमन के पात्र नेपाल में कोरोना पीड़ित 6 भारतीय मरीज हुए ठीक UAE में कोरोना बन सकता है लोगों का काल, संक्रमितों का आंकड़ा 15 हजार के पार