लखनऊ: नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर बीते 32 दिन से किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान हर स्थिति में नए कृषि कानूनों को समाप्त करवाना चाहते हैं. जबकि सरकार कानून में संशोधन को ही तैयार है. इस गतिरोध के मध्य किसान, सरकार से वार्ता करने को तैयार हो गए हैं. 29 दिसंबर को किसान तथा सरकार के मध्य चर्चा होगी. जानकारी यह भी है कि यदि इस बार भी चर्चा से मार्ग नहीं निकला तो किसान आंदोलन को और उग्र कर सकते हैं. वही इस मध्य उत्तर प्रदेश के कई शहरों से किसानों के इस आंदोलन में सम्मिलित होने की सूचना है, जिसे देखते हुए सरकार ने सीनियर प्रशासनिक अफसरों को मैदान में उतार दिया है. सीनियर अफसर रविवार से मैदान में होंगे. वे 29 दिसंबर तक शहरों में डेरा डालेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार सीनियर अफसर रविवार से शहरों में डेरा डालेंगे. इस के चलते अफसर किसान संगठनों तथा प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे तथा उनकी दिक्कतों की समीक्षा करेंगे. जिन अफसरों को फील्ड में भेजा गया है, उनके नाम इस तरह हैं:- लखनऊ - मनोज सिंह अपर मुख्य सचिव पंचायती राज और ग्राम्य विकास गोंडा - आलोक सिन्हा, कृषि उत्पादन आयुक्त रायबरेली - आलोक टंडन, अवस्थापना एवं ओद्योगिक विकास आयुक्त बाहराइच - एसबीएस रंगराव, मंडलायुक्त देवीपाटन श्रावस्ती - आमोद कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन अयोध्या - टी वेंकटेश , अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अंबेडकरनगर - एमपी अग्रवाल, मंडलायुक्त अयोध्या बाराबंकी- एस. राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव व्यावसायिक एवं प्राविधिक शिक्षा सुल्तानपुर- रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं बेसिक शिक्षा अमेठी - मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा सीतापुर - मिनिस्ती एस, आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं ओषधि प्रसाधन WHO के प्रमुख ने कहा- अंतिम महामारी नहीं होगी कोरोना वायरस फ़्रांस में टीकाकरण अभियान के बीच बिगड़ी स्थिति, 146 मरीजों की हुई मौत 29 दिसंबर को होगी किसान यूनियनों की सरकार से वार्ता