नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय धरोहर ताजमहल का विवादों से नाता गहराता जा रहा है। जगतगुरु परमहंस आचार्य को स्मारक में प्रवेश से रोके जाने के बाद सोमवार को एक बार फिर ताजमहल सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, आज सोमवार को यहाँ हिंदू महासभा के कार्यकर्ता लड्डू बांटने पहुंचे हैं। बैरियर पर तलाशी के दौरान मिठाई मिलने पर पुलिस ने उन्‍हें रोक लिया। इस पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे ताजमहल को लेकर याचिका दाखिल किए जाने पर खुशी प्रकट करने आए हैं। बहरहाल, पुलिस ने उन्‍हें ताजमहल के पश्चिमी बैरियर से आगे नहीं जाने दिया। स्‍मारक के भीतर जाने से सभी को रोक दिया गया है। कार्यकर्ता लड्डू बांटना शुरू करने ही वाले थे कि पुलिस ने उन्‍हें रोक दिया। उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में एक याचिका दाखिल करते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को ताजमहल के 22 बंद कमरों की जांच करने का निर्देश देने की मांग की गई है जिससे पता लगाया जा सके कि वहां हिंदू देवताओं की प्रतिमाएं तो नहीं हैं। याचिका में यह भी मांग की गई है कि ASI एक तथ्य-खोज समिति का गठन कर इस पर अपनी रिपोर्ट पेश करे। याचिका में दावा किया गया है कि बंद दरवाजों के पीछे हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को बंद करके रखा गया है। याचिका में कुछ इतिहासकारों और हिंदू समूहों द्वारा स्मारक के पुराने शिव मंदिर होने का भी दावा किया गया है। 'इस्लाम ही असली फांसीवाद है..', मजहब छोड़ने वाले केरल के अस्कर अली ने किया सनसनीखेज दावा अब जम्मू कश्मीर में भी चलेगा बुलडोज़र, वक़्फ़ की सम्पत्तियों पर से हटेगा अतिक्रमण लाउडस्पीकर से अज़ान के विरोध में कर्नाटक के 1000 से अधिक मंदिरों में चलाई गई हनुमान चालीसा