लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन आज शुक्रवार (23 सितम्बर) को सुबह से ही समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के अन्य सदस्य काफी अक्रामक नज़र आए। अखिलेश यादव ने सुबह सबेरे 12 विधायकों के साथ राजभवन पहुंचकर गवर्नर आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की और उन्‍हें आजम खान के साथ ज्‍यादती रोकने की मांग का ज्ञापन सौंपा। राजभवन से लौटकर विधानसभा पहुंचते ही सपा मुखिया ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फीस का मुद्दा उठाना चाहा। इस पर विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि पहले प्रश्‍नकाल हो जाने दीजिए। इससे भड़के सपा विधायकों ने वॉकआउट कर दिया। पार्टी विधायकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जनहित से संबंधित मुद्दों को लेकर सवालों का जवाब नहीं दे रही है। अखिलेश ने कहा कि केवल चार दिन सदन चला, कई सवालों पर सरकार ने जवाब तक नहीं दिया। सपा विधायकों के साथ वॉकआउट और पैदल मार्च में राष्‍ट्रीय लोकदल (RLD) के MLA भी शामिल रहे। विपक्षी नेताओं ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फीस वृद्ध‍ि का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार छात्रों के साथ अच्‍छा नहीं कर रही है। शुक्रवार को सुबह 11 बजे सदन जैसे ही आरंभ हुआ, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों के आंदोलन और मंहगाई का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। इस पर स्पीकर सतीश महाना ने उन्हें प्रश्नकाल तक रुकने के लिए कहा। इससे असंतुष्ट सपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा विधायक और पार्टी कार्यकर्ता विधानसभा से पैदल ही पार्टी कार्यालय के लिए निकल पड़े। बंगाल में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं, अब घर में सो रहीं मौसमी दास पर चाक़ू से हुआ हमला BJP सांसद ने हाथों से साफ़ किया स्कूल का गंदा टॉयलेट, वायरल हुआ VIDEO भारत जोड़ो यात्रा पर लगा ब्रेक, 'आराम' करेंगे राहुल गांधी, आज रवाना होंगे दिल्ली