लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक द्वारा नगर विकास मंत्री आजम खां पर पलटवार करते हुए कहा गया है की, आजम को यही नहीं मालूम कि उनके विभाग में क्या चल रहा है. उनके द्वारा विधानसभा में बिलों को लेकर एकदम गलत जानकारी रखी गई जबकि बिलों की मंजूरी में देरी के लिए राजभवन नहीं राज्य सरकार खासकर आजम का नगर विकास विभाग ही जिम्मेदार है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से मांगी गई जानकारी लिखित आश्वासन के बावजूद नहीं भेजी है. आखिरकार आजम ये जानकारी क्यों नहीं भिजवा रहे हैं. गौरतलब है की, मंगलवार को आजम ने मेयरों से संबंधित नगर निगम संशोधन विधेयक और नगर पालिका संशोधन विधेयक-2015 को रोके जाने को लेकर विधानसभा में राजभवन पर टिप्पणी की थी. इससे नाराज राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से पूरी कार्यवाही रिपोर्ट मांगी थी. विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार की शाम को यह कार्यवाही रिपोर्ट भेजी.कार्यवाही रिपोर्ट पढ़ने और देखने के बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दोनों बिलों के बारे में स्थिति साफ की है. साथ ही उन्होंने दोनों से मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की बात कही है. राजभवन ने कहा कि दोनों ही बिल केंद्रीय कानून को प्रभावित करते हैं, इसलिए उनको चार मई 2016 को राष्ट्रपति के पास भेजा गया था. राष्ट्रपति के यहां से विधेयक की प्रतियां केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने की बात कही गई. राजभवन ने ये प्रतियां गृह मंत्रालय को भेज दीं. गृह मंत्रालय ने राजभवन और राज्य सरकार को पत्र भेजकर मूल एक्ट आदि की जानकारी मांगी थी.