हुवेई पर अमेरिका ने नए प्रतिबंध लगाए है. जिसके बाद वैश्विक तकनीकी के क्षेत्र में चीन के साथ अमेरिका का विवाद गहराता जा रहा है. हुवेई पर अमेरिकी प्रतिबंधों ने बीजिंग के साथ विवाद गहरा दिया है. माना जा रहा है कि दुनिया भर में प्रौद्योगिकी उद्योगों को यह कदम बाधित कर सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हुवेई टेक्नोलॉजी लिमिटेड स्मार्टफोन और नेटवर्क उपकरणों के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है, लेकिन वाशिंगटन ने विदेशी कंपनियों द्वारा बनाए प्रोसेसर और चिप्स का उपयोग अमेरिकी कंपनियों द्वारा किए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिससे 123 बिलियन डॉलर का सालाना कारोबार खतरे में पड़ गया है. अमेरिका के इस कदम के बाद सोमवार को, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि वह "चीनी उद्यमों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करेगा", लेकिन अमेरिका प्रतिबंध का जवाब देने को लेकर कोई जानकारी उपलब्ध नही कराई. वहीं, दूसरी ओर बीजिंग ने आने वाले समय में "अविश्वसनीय संस्थाओं की सूची" जारी करने की धमकी दी है जो चीन में अमेरिकी कंपनियों के संचालन को प्रतिबंधित करने की ओर इशारा करती है. WHO का चौंकाने वाला खुलासा- सेनेटाइजेशन से नहीं मरता कोरोना वायरस कोरोना पर फिर घिरा चीन, 62 देशों ने की स्वतंत्र जांच की मांग अपनी आलोचना सुन भड़के डोनाल्ड ट्रम्प, बराक ओबामा को कहा- 'अयोग्य राष्टपति' कोरोना संक्रमण में दंत चिकित्सा होगी मुश्किल, फैल सकता है वायरस