नई दिल्ली: हाल में मिली जानकारी में पता चला है कि अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाते हुए पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर पर बैन लगाने के लिए मंगलवार को UN में अर्जी दी है. यह कदम भारत और अमेरिका के रिश्ते में एक नयी मिसाल कायम कर सकता है, जिसमे अमेरिका ने इस कड़े कदम को उठाकर भारत की सहायता की है. वही पाकिस्तानी आतंकवादी पर बैन लगाने को लेकर UN में दी गयी इस अर्जी के खिलाफ चीन ने आपत्ति लेते हुए इसका विरोध किया है. बता दे कि अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है. जिसे 1999 में हाईजैक हुए इंडियन एयरलाइन्स के प्लेन और उसमें सवार पैसेंजर्स को छुड़ाने के लिए अफगानिस्तान के कंधार ले जाकर रिहा किया गया था. वही पठानकोट पर हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड भी मसूद अजहर है. जिस पर बैन लगाने और आतंकवादी घोषित करने के लिए भारत कई दिनों से प्रयास कर रहा था. किन्तु चीन बार बार इसमें राह का रोड़ा बन रहा था. किन्तु अब मसूद अजहर ज्यादा दिनों तक आजाद नही रह सकेगा. जैश-ए-मोहम्‍मद पर यूएनएससी ने बैन लगा रखा है, लेकिन इसके चीफ मसूद अजहर पर कोई बैन नहीं है, पठानकोट अटैक मामले में एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद तीन लीडर्स के खिलाफ प्रोक्लैमेशन ऑर्डर्स जारी किए हैं. अगर मसूद अज़हर को आतंकियों के लिए लिस्ट में डाला जाता है तो यह भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी होगी. भारत को नुकसान पहुँचाने के लिए पाकिस्तान मदद कर रहा है आतंकवादी संगठनों की ट्रम्प का संकल्प इस्लामिक आतंकवाद खत्म करके रहेंगे इस्लामिक चरमपंथियों को अमेरिका नहीं आने देंगे ट्रंप