वाशिंगटन: एक महत्वपूर्ण नीतिगत बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश की आव्रजन नीति में आमूलचूल परिवर्तन करने की घोषणा के लिये पूरी तरह तैयार दिखाई दिए जो विदेशियों को वर्तमान व्यवस्था से इतर योग्यता के आधार पर तरजीह देगी. वर्तमान व्यवस्था में पारिवारिक रिश्ते को तरजीह दी जाती है. इससे हजारों की संख्या में ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीय पेशेवरों की पीड़ा समाप्त हो सकती है. ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर की यह नया प्लान मुख्य रूप से सीमा सुरक्षा को सशक्त करने और ग्रीनकार्ड तथा वैध स्थायी निवास प्रणाली को दुरुस्त करने पर केंद्रित है, जिससे योग्यता, उच्च डिग्री धारक और पेशेवेर योग्यता रखने वाले लोगों के लिए आव्रजन प्रणाली को सुगम बनाया जा सके. वर्तमान व्यवस्था के तहत लगभग 66 फीसद ग्रीन कार्ड उन लोगों को दिया जाता है जिनके पारिवारिक रिश्ते हों और केवल 12 फीसद ही योग्यता पर आधारित है. ट्रंप की इस नई योजना का गुरुवार दोपहर व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में घोषणा करने का कार्यक्रम है. हालांकि इस योजना को अमलीजामा पहनाना कांग्रेस के विभाजित होने, विशेष कर आव्रजन सुधार के मुद्दे पर, जटिलता भरा काम होने वाला है. राष्ट्रपति अपने रिपल्बिकन सांसदों को इस मुद्दे पर समझाने में कामयाब हो जाएं तो भी सांसद नैंसी पेलोसी कि अध्यक्षता वाले डेमोक्रेट और दूसरे नेता इसके धुर विरोध में खड़े हैं. अमेरिका को सता रहा साइबर हमले का डर, घोषित किया राष्ट्रीय आपातकाल वर्ल्ड कप 2019 : गांगुली की भविष्यवाणी, ये 4 टीमें खेल सकती है सेमीफइनल दलाई लामा से मिलने को राजी हुए शी जिनपिंग, पर भारत ने कहा...