नईदिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्पष्टतौर पर कहा गया है कि वे इस्लामिक चरमपंथियों को अमेरिका से दूर रखेंगे साथ ही इसके लिए वे सघन जांच अभियान चलाऐंगे। दरअसल उन्होंने अपने एक आदेश को हस्ताक्षरित कर दिया जिससे अमेरिका में शरणार्थियों के आने का क्रम कुछ धीमा हो सकता है। अपनी नीति के तहत डोनाल्ड ट्रंप चरमपंथियों को अमेरिका से दूर रखना चाहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कहा कि वे चरमपंथी इस्लामी आतंकियों को अमेरिका से बाहर करने के लिए कड़े नियम अपनाऐंगे। डोनाल्ड ट्रंप का कहना था कि अमेरिका ऐसे लोगों को ही आने देगा जो कि यहां की जनता से गहरा प्रेम करेगा। उनका कहना था कि ऐसे खतरे अमेरिका में न आऐं जिनके लिए अमेरिका के सैनिक विदेशों में युद्ध अभियानों में हैं। इस कारण हमें तय करना होगा कि हम चरमपंथि इस्लामिक लोगों को अमेरिका में आने से रोकें। मिली जानकारी के अनुसार रक्षामंत्री जनरल जेम्स मैटिस व उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि वे 9/11 के हमले को और इसमें शहीद होने वालों को नहीं भूल सकते हैं। इन लोगों की शहादत को याद कर हम कार्य भी करेंगे। माना जा रहा है कि ट्रंप अमेरिका का सैन्य पुनर्निर्माण करने में लगे हैं। इस दौरान वे नौसेना पोतों और सैन्य संसाधनों को विकसित करेंगे। ट्रंप ने पूरा किया चुनावी वादा, यूएस-मेक्सिको की सीमा के बीच बनेगीं दीवार रेडियो स्टेशन पर पॉप स्टार मैडोना के गाने बैन भारतीय मूल के उत्तम ढिल्लन बने ट्रम्प के विशेष क़ानूनी सलाहकार