वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पर एक बेहद संगीन इल्जाम लगा है। आरोप है कि, बाइडेन ने वर्ष 2017 में उप राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर पद पर कार्यरत रहने के दौरान 10 लाख डॉलर का वेतन उठाया था, मगर इस दौरान उन्होंने एक दिन भी बच्चों को क्लास में नहीं पढ़ाया। मंगलवार (10 जनवरी) को मैक्सिको सिटी में नॉर्थ अमेरिका लीडर्स समिट में बाइडेन ने कहा कि, 'उपराष्ट्रपति पद पर रहने के चार वर्ष बाद मैं पेन में प्रोफेसर था।' वहीं, रिपब्लिकन नेशनल कमेटी रिसर्च यूनिट ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जो बाइडेन प्रोफेसर होने के संबंध में झूठ बोल रहे हैं। RNC ने खुलासा किया कि दो सालों में पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी ने बाइडेन को करीब 10 लाख अमेरिकी डॉलर बतौर वेतन दिया गया था, मगर उन्होंने एक दिन भी कक्षा में छात्रों को नहीं पढ़ाया। जो बाइडेन वर्ष 2017 से 2019 तक फिलाडेल्फिया स्कूल में मानद प्रोफेसर थे। फिलाडेल्फिया इन्क्वायरर की एक खोजी रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन को 2017 में 371,159 अमेरिकी डॉलर और 2018 और 2019 में 540,484 अमेरिकी डॉलर दिए गए थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2017 में, बाइडेन ने एक मानद प्रोफेसर का पद स्वीकार किया था, जिसे औपचारिक रूप से "बेंजामिन फ्रैंकलिन प्रेसिडेंशियल प्रैक्टिस प्रोफेसर" के तौर पर संदर्भित किया गया है। इस दौरान उन्होंने अपने अल्मा मेटर, डेलावेयर यूनिवर्सिटी में बाइडेन इंस्टीट्यूट के अतिरिक्त वाशिंगटन में पेन बाइडेन सेंटर फॉर डिप्लोमेसी एंड ग्लोबल एंगेजमेंट की भी स्थापना की थी। हालांकि, यह भूमिका मानद थी। इस दौरान उन्होंने परिसर में छात्रों को व्याख्यान और वार्ता दी, मगर उस दौरान पूरे सेमेस्टर का सिलेबस नहीं पढ़ाया। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि बराक ओबामा प्रशासन में उप राष्ट्रपति रहने के बाद, जो बाइडेन ने एक बार 2017-2021 तक पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय (UPenn) में मानद प्रोफेसर के रूप में काम किया था। हालाँकि, बाइडेन ने सेमेस्टर के लायक पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाया; उन्होंने प्रमुख रूप से स्टूडेंट्स को केवल वार्ता और व्याख्यान दिए, और उन्होंने वाशिंगटन में पेन बाइडेन सेंटर फॉर डिप्लोमेसी एंड ग्लोबल एंगेजमेंट की अगुवाई की है। अप्रैल 2019 में बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनावों में प्रत्याशी बनाए गए। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने उन्हें रिलीव कर दिया था। उनके द्वारा जारी किए गए टैक्स फॉर्म्स के मुताबिक, बाइडेन ने 2017 और 2019 के बीच पद यूनिवर्सिटी से 9,00,000 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा हासिल किए हैं। हाल के दिनों में लोगों ने राष्ट्रपति बाइडेन से पेन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहते हुए किए गए कार्यों के संबंध में पूछा था। नेपाल के PM बनते ही पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुरू किया भारत विरोधी प्रोपेगेंडा पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर सरेआम जूता अटैक, वायरल हुआ Video कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अब फ्रांस ने खोला अपना खज़ाना, किया बड़ा ऐलान