अमेरिकी संसद ने डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका देते हुए सऊदी अरब को हथियार बेचने से रोक दिया। यह सौदा 810 करोड़ डॉलर (करीब 56 हजार करोड़ रुपये) का था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के साथ इस सौदे को इसी साल मंजूरी दी थी। ट्रंप ने इसके लिए आपातकाल के प्रावधान का इस्तेमाल किया था। संसद के उच्च सदन सीनेट ने इस सौदे के लिए मंजूरी दे दी थी। निम्न सदन से पास होने के बाद इस पर सिर्फ व्हाइट हाउस की मुहर लगनी थी। पश्चिम एशिया में तनाव के बीच ट्रंप प्रशासन सऊदी अरब के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात और जॉर्डन को हथियारों और अन्य सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल कर विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी के बहुमत वाली प्रतिनिधि सभा के इस फैसले पर वीटो लगा सकते हैं। दरअसल, वाशिंगटन पोस्ट के सऊदी पत्रकार जमाल खाशोगी की बेरहम हत्या और उसमे सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की कथित संप्लिप्ता के कारण यूएस के राजनीतिज्ञों में गहरा रोष है। साथ ही यमन में चल रहे युध्द में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघण से भी वहां के राजनीतिज्ञों में सऊदी सरकार के खिलाफ गुस्सा है। हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर ट्वीट कर बुरे फंसे ट्रंप, विदेश विभाग बोला- तलाशा नहीं, खुलेआम घूम रहा था इमरान खान और डोनाल्ड ट्रम्प करने वाले हैं मुलाकात, पाक मंत्री बोले- अल्लाह खैर करेUS के दौरे पर जाएंगे इमरान खान, होटल का पैसा बचाएंगे, दूतावास में रुकेंगे