चीन को घेरने की योजना के तहत अमेरिका ने ताइवान को क्रूज मिसाइल तथा ड्रोन सहित सात प्रमुख औजार प्रणालियां विक्रय करने की रणनीति बनाई है। सूत्रों ने कहा, बीजिंग के साथ विवाद को कम करने की योजना के तहत बीते सालों में इस बिक्री को रोकने का निर्णय लिया जाता रहा। किन्तु 2020 में ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन चीन के साथ ज्यादा आक्रामक है तथा यह डील बीजिंग एवं वाशिंगटन के मध्य मौजूदा विवाद को और बढ़ा सकता है। साथ ही सूत्रों ने कहा, इन हथियार प्रणालियों की विक्रय लॉकहीड मार्टिन, बोइंग तथा जनरल एटोमिक्स कंपनियां करेंगी। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को डील से संबंधित जानकारियां शेयर कर दी हैं। इस मामले पर कांग्रेस को एक सप्ताह के अंदर सुचना दी जा सकती है। हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस पर टिप्पणियां करने से मना कर दिया। वही ताइवान को उन्नत मिसाइलों से लैस ड्रोन प्राप्त हो सकते हैं, जो समुद्र में होने वाले हमले के लिए खास तौर पर बनाए गए हैं। वही ताइवान ने अमेरिका से लॉकहीड मार्टिन के हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम की डिमांड भी की है, जो ट्रक से भी पेश किए जा सकते हैं। ताइवान को इसके अतिरिक्त एंटी-टैंक मिसाइल भी प्राप्त सकती हैं। वही बुधवार को दक्षिण कोरिया ने दावा किया कि उत्तर कोरिया एक वर्ष के अंदर पानी के अंदर अपने पहले बैलेस्टिक मिसाइल प्रयोग को अंजाम दे सकता है। इस प्रयोग के लिए उत्तर कोरिया सिनपो शिपयार्ड की मरम्मत में जुटा है, जो अभी हाल ही में आंधी-तूफान से क्षतिग्रस्त हो गया था। वही अब कई बदलाव हो सकते है। रिश्ते बिगाड़ने पर तुला नेपाल, पीएम केपी ओली ने फिर की विवादित हरकत नहीं बुझ रही अमेरिका के जंगलों की आग, धुआं 8000 किमी की दूरी तय कर पहुंचा यूरोप चीनी ऐप टिकटॉक के किसी भी सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार नहीं है ट्रंप