वाशिंगटन: बीते कल यानी बुधवार को 118 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के भारत के कदम को अमेरिका ने सही बताया है. जी दरअसल अमेरिका ने बीते बुधवार को सभी देशों और कंपनियों को "स्वच्छ नेटवर्क" में शामिल होने का आह्वान किया. आप सभी को बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने यूएस अंडर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर इकोनॉमिक ग्रोथ, एनर्जी एंड द एनवायरनमेंट के कीथ क्रैच के हवाले से कहा, "भारत ने पहले ही 100 से अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. हम सभी स्वतंत्रता-प्रेमी राष्ट्रों और कंपनियों से स्वच्छ नेटवर्क में शामिल होने का आह्वान करते हैं.'' जी दरअसल क्रैच ने तब टिप्पणी की जब भारत सरकार ने 118 और मोबाइल ऐप को बैन कर दिया है. वहीँ सरकार ने कहा है कि, 'ये ऐसे ऐप्स हैं जो कि उन गतिविधियों में लगे हुए हैं, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, रक्षा और सुरक्षा के साथ-साथ सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण हैं.' आपको याद हो तो इस साल की शुरुआत में ही ट्रम्प प्रशासन ने 'स्वच्छ नेटवर्क' कार्यक्रम की शुरूआत कर दी थी. जिसमे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) जैसे घातक संगठनों के आक्रामक घुसपैठ से अपने नागरिकों की गोपनीयता और उसकी कंपनियों की सबसे संवेदनशील जानकारी की रक्षा करने के लिए पहल थी. इसी के साथ दो महीने पहले भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा तनाव के बीच 59 चीन से जुड़े ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था. अब इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि भारतीय साइबर स्पेस की सुरक्षा, सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित करने के लिए निर्णय एक लक्षित कदम है. जी दरअसल मंत्रालय का कहना है कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें कई मोबाइल ऐप के दुरुपयोग के बारे में बताया गया है. ये ऐप्स चोरी करने के लिए एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप का उपयोग करते हैं और उपयोगकर्ताओं के डेटा को अनधिकृत तरीके से उन सर्वरों तक पहुंचाते हैं जो भारत के बाहर मौजूद हैं. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बीते बुधवार को मोबाइल गेम PUBG (प्लेयर अननाउन मोबाइल ऐप्लीकेशन) समेत 118 पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. विश्व का वो रेल मार्ग जो है बहुत खतरनाक तो क्या AC बस में सफर करने से तेजी से फैलता है कोरोना वायरस? कोरोना वैक्सीन को लेकर अमेरिका ने दिया दुनिया को बड़ा झटका