पितृ पक्ष हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने का समय माना जाता है, जिसमें पूर्वजों को तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। इस अवधि में कुछ विशेष वस्तुओं का प्रयोग अत्यधिक शुभ माना जाता है, जिनके माध्यम से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बार पितृ पक्ष 17 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर, सर्व पितृ अमावस्या पर समाप्त हो रहा है। आइए जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में जिनका प्रयोग पितृ पक्ष में विशेष लाभकारी माना जाता है: 1. जल जल का पितृ पक्ष में अत्यधिक महत्व है। इसे शुद्धता और शांति का प्रतीक माना जाता है। पितरों को जल अर्पण करने के लिए श्राद्ध कर्म के दौरान अंजुली में जल लेकर पितरों को अर्पित किया जाता है। विशेष रूप से पितृ पक्ष के दौरान सूर्योदय से पहले पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करने से पितरों को शांति प्राप्त होती है। ऐसा कहा जाता है कि पितरों की आत्मा की शांति के लिए यह आवश्यक है, और जल की बर्बादी से पितृ पूजा विफल हो सकती है। 2. अग्नि अग्नि को सृष्टि का सबसे पवित्र तत्व माना गया है। पितरों की श्राद्ध प्रक्रिया में भोजन की पहली आहुति अग्नि को दी जाती है, जिसे अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। अग्नि में सुगंधित चीजों की आहुति देने से न केवल पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, बल्कि घर में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नियमित रूप से 5 सुगंधित आहुति अग्नि में अर्पित करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 3. उड़द की दाल उड़द की दाल ज्योतिष शास्त्र में शनि और राहु ग्रह से संबंधित मानी जाती है, और इसका श्राद्ध कर्म में विशेष महत्व है। पितरों को अर्पित की जाने वाली वस्तुओं में उड़द से बनी चीजों को प्रमुखता दी जाती है, जैसे उड़द की दाल से बने व्यंजन। यदि परिवार में किसी की आकस्मिक मृत्यु हुई हो, तो भैरव देव को उड़द से बनी वस्तुएं अर्पित करने से उस आत्मा को शांति मिलती है। इससे पितृ दोष भी समाप्त होता है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है। 4. काला तिल काला तिल पवित्रता, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। पितृ पक्ष में काले तिल का उपयोग बहुत ही शुभ माना जाता है। सूर्य को जल अर्पित करते समय काले तिल का प्रयोग करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही, अग्नि में काले तिल की आहुति देने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। यह तिल पितरों को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक सरल उपाय है। 5. कुश कुश एक पवित्र घास है जिसे श्रीहरि विष्णु का अंश माना जाता है। यह श्राद्ध कर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। पितृ पक्ष में कुश का जल से शिव जी का अभिषेक करने से पितरों को मुक्ति मिलती है। साथ ही, कुश से जुड़े अनुष्ठानों से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और पितृ दोष दूर होता है। कुश के जल से पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को तृप्ति मिलती है और उनके आशीर्वाद से जीवन में आने वाली बाधाओं का समाधान होता है। पितृ पक्ष में इन वस्तुओं का प्रयोग क्यों है महत्वपूर्ण? पितृ पक्ष का मुख्य उद्देश्य पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना है। जब हम इन 5 वस्तुओं का श्राद्ध और तर्पण कर्म में उपयोग करते हैं, तो पितर तृप्त होकर हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही, यह हमारे पारिवारिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और घर में किसी प्रकार की नकारात्मकता को दूर रखते हैं। अतः इस पितृ पक्ष में जल, अग्नि, उड़द की दाल, काला तिल और कुश का विशेष रूप से प्रयोग करें, जिससे आपके पितर प्रसन्न हों और आपको उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त हो। सिलाई-कढ़ाई सेंटर में गैर-मुस्लिम महिलाओं का धर्मांतरण कराती थी हिना, शौहर भी देता था साथ यूपी से ले जाते नेपाल और बना देते ईसाई, हिन्दू संगठनों ने पकड़ी दो बस क्या कलियुग के बाद आएगा इससे भी खतरनाक युग?