महिलाओं के लिए मेंस्ट्रुअल हाइजीन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन कई बार महिलाएं इस पर ध्यान नहीं देतीं। अगर सही तरीके से देखभाल नहीं की जाती है, तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। हाल के सर्वे में पता चला है कि एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) जैसे बैक्टीरिया का शिकार होने का खतरा इस दौरान अधिक रहता है। एचपीवी इंफेक्शन का खतरा: जो महिलाएं प्री-कैंसर या कैंसर जैसी समस्याओं का सामना कर रही हैं, उनमें मेंस्ट्रुअल हाइजीन का ख्याल न रखने की वजह से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा होने पर यह इंफेक्शन कैंसर जैसी गंभीर स्थिति में बदल सकता है। एचपीवी का इंफेक्शन अक्सर अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन अगर मेंस्ट्रुअल हाइजीन में लापरवाही बरती जाए, तो यह समस्या गंभीर बन सकती है। सैनिट्री पैड बनाम कपड़ा: क्या ज्यादा खतरनाक?: महिलाएं अक्सर सैनिट्री पैड या कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन दोनों के अपने खतरे हैं। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि सैनिट्री पैड में मौजूद सामग्रियों के कारण सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, कपड़े के लंबे समय तक इस्तेमाल करने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। अगर कपड़े को लंबे समय तक लगाया जाए, तो यह रैशेज और असुविधा का कारण बन सकता है, जबकि लीक होने का खतरा भी बना रहता है। कपड़े का उपयोग: कई महिलाएं आज भी सूती कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन यह भी वजाइनल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। पीरियड्स के दौरान कपड़ों का इस्तेमाल करने से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। पैड ना बदलना: अगर आप हर 4 या 6 घंटे में पैड नहीं बदलती हैं, तो इससे आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। समय पर पैड ना बदलने से यूटीआई और अन्य संक्रमण हो सकते हैं। यह गंभीर स्थिति, जैसे शॉक्ड सिंड्रोम, का कारण भी बन सकती है। पीरियड ट्रैकिंग का महत्व: अपने पीरियड्स को ट्रैक करना भी महत्वपूर्ण है। ऐसा करने से आप हमेशा अपने साथ आवश्यक प्रोडक्ट्स रख सकेंगी, जिससे किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी। इसके अलावा, पीरियड्स के फ्लो पर ध्यान देना जरूरी है ताकि आप खुद को इसके लिए तैयार रख सकें। उर्फी ने करवाया है ब्रेस्ट ट्रांसप्लांट, जानिए क्या है इसकी प्रोसेस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद को लेकर कही ये बात ससुर ने सरेआम की बहू की पिटाई, कपड़े फाड़कर और फिर जो किया...