कोरोना संक्रमित शवों के कफ़न और कपड़े चुराते, फिर ब्रांडेड स्टीकर लगाकर बाजार में बेच देते

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से लाशों के कफन चोरी करके उन्हें दोबारा बेचने का मामला प्रकाश में आया है। इस पूरे मामले से संबंधित एक बड़े गैंग का भंडाफोड़ हुआ है, जो कब्रिस्तान और श्मशान जैसी जगहों से कफन चुराकर उनकी धुलाई और प्रेस करके उन पर ब्रांडेड स्टीकर लगाकर उन्हें फिर से बाजार में बेच देता था। बड़ौत पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को अरेस्ट किया है।

बड़ौत पुलिस के इंस्पेक्टर आज शर्मा ने जानकारी दी है कि पुलिस लॉकडाउन के कारण तलाशी अभियान में जुटी हुई थी, इसी बीच ब्रांडेड कपड़ों से लदी एक गाड़ी पकड़ी गई। कपड़ों का बिल न होने पर आरोपितों से सख्ती से पूछताछ की गई तब इस पूरे राज का भेद खुला। पुलिस के मुताबिक, आरोपित कब्रिस्तान और शमशान से शवों के वस्त्रों और कफन चुराते थे। इसके लिए बाकायदा 300-400 रुपए की दिहाड़ी पर मजदूर रखे गए थे, जो शवों के कफन और अन्य वस्त्रों की चोरी करने का काम करते थे।

आरोपित शवों पर से चुराए गए वस्त्रों और कफन की धुलाई करके उस पर प्रेस करते थे। इसके बाद इन कपड़ों पर ग्वालियर की ब्रांडेड कंपनी का स्टीकर लगा दिया जाता था और इन कपड़ों को ऊँचे दामों पर बेच दिया जाता था। आरोपितों के मुताबिक, एक कफन की कीमत 400 रुपए तक रहती थी। इस मामले में यह भी सामने आया है कि वे लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों से कपडे भी चुरा लेते थे। सभी आरोपितों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन और महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।

 

कोरोना की दहशत, मलेशिया ने कई एशियाई देशों पर लगाया यात्रा बैन

81,251 करोड़ रुपये से 8 बड़ी संस्थाओं का होगा बाजार पूंजीकरण

नेशनल हाईवे पर हुआ बड़ा हादसा, 3 बच्चे सहित 11 लोग हुए घायल

Related News