लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी खोई हुई राजनितिक जमीन पाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कुछ महीने पहले ही यूपी कांग्रेस संगठन में कई बड़े परिवर्तन किए हैं. इन संगठनात्मक बदलावों के कारण राज्य के कई बड़े पदों से वरिष्ठ कांग्रेसियों को साइडलाइन कर दिया गया है. राज्य कांग्रेस में युवाओं और नए चेहरों को जिम्मेदारी दिए जाने के बाद से ही वरिष्ठ कांग्रेसी अब पार्टी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. राज्य कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे में हुई उपेक्षा से खफा चल रहे वरिष्ठ कांग्रेसियों की गुरुवार को लखनऊ में एक मीटिंग हुई. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व सांसद संतोष सिंह के गोमती नगर स्थित आवास पर हुई इस मीटिंग में कांग्रेस के कई असंतुष्ट वरिष्ठ नेता शामिल हुए. इनमें विनोद चौधरी, सिराज मेहंदी, रामकृष्ण द्विवेदी, संतोष सिंह, मोहम्मद नासिर, गोस्वामी जैसे दर्जनों दिग्गज कांग्रेसी नेता मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि यूपी कांग्रेस में सीनियर लीडर्स को दरकिनार करने के बाद लगातार बगावत के सुर तेज हो रहे हैं. पिछले महीने ही पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी के घर पर भी ऐसी ही एक मीटिंग हुई थी. जिसमें कई दिग्गज कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल हुए थे. इसी बैठक में फाइनल हुआ था कि हाशिये पर डाले गए सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की मीटिंग लखनऊ की जाए. यूपी कांग्रेस में हुए इस दो फाड़ से प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी की दिक्कतें बढ़ सकती हैं. झारखंड में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची जारी, सोनिया के हाथों में कमान, प्रियंका का नाम गायब संसद के इस शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा FRDI बिल, सरकार ने तैयार किया ड्राफ्ट कुलभूषण मामले में नहीं हुआ कोई समझौता, पाकिस्तानी कानून के मुताबिक होगा फैसला - पाक विदेश मंत्रालय