लखनऊ: यूपी के कानपुर में हत्याओं का दौरा और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. गुरूवार को एक दरोगा के लापता बेटे का क़त्ल करके उसके शव को नहर में जाकर फेंक दिया गया. कहा जा रहा है कि बर्रा के रहने वाले दरोगा रामकुमार का बेटा ऋषभ घर से गायब हुआ था. दोपहर को परिजनों ने बर्रा थाने में उसकी गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज की थी. पुलिस उसकी खोजबीन की रूपरेखा बनाती रही और रात को सचेंडी के किसान नगर के पास नहर में ऋषण की लाश मिली. इस केस में एडीसपी संकल्प शर्मा का कहना है कि दरोगा के बेटा की गुमशुदी की रिपोर्ट दोपहर में लिखवाई गई थी, जिसका शव सचेंडी में मिला है, उसकी हत्या की गई है. बता दें कि कानपुर के न्यू श्याम विहार दामोदर नगर के रहने वाले राकेश कुमार इन दिनों कानपुर देहात के भोगनीपुर थाने में कार्यरत है. राकेश का इकलौत बेटा ऋषभ अपोलो इंस्टीट्यूट से बीटेक प्रथम वर्ष की पढ़ाई करता था. 23 साल के ऋषभ के पास बुधवार शाम को एक कॉल आई थी. फोन आने के उपरांत वह तकरीबन 4:50 बजे घर के बाहर निकला. ख़बरों का कहना है कि ऋषभ रात तक वापस नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन करने लगे. गुरुवार सुबह तक घर वापस न लौटने पर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया. शाम को किसान नगर नहर में गुरुवार शाम एक 23 वर्षीय युवक का शव पानी में उतराता मिलने की सूचना हुई तो पुलिस ने उसकी पहचान कराई. यह लाश ऋषभ की ही थी. इस केस में डीसीपी साउथ संकल्प शर्मा अन्य अधिकारियों संग दारोगा के घर पहुंचे और सचेंडी में मिले शव की तस्वीर भी दिखाई गई तो स्वजन ने शव की पहचान की. इकलौते बेटे का क़त्ल की पुष्टि होने के उपरांत परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस ने सर्विलांस की मदद से पूरे केस की जांच शुरू हो गई है. 'इतनी गोलियां चलाएंगे कि इलाके में 1 महीने तक कर्फ्यू लगा रहेगा ...', धमकी देने वाले आदिल और शाकिब को पुलिस ने पकड़ा दहेज के लिए प्रताड़ित करता था सरकारी कर्मचारी, थाने पहुंची पत्नी और फिर... जुआरी पति ने पत्नी को दोस्तों के सामने परोसा, जिस्मफरोशी कराई, फिर बेच डाला