लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मेरठ के मंगतपुरम इलाके में गरीब लोगों को पैसों का लालच देकर ईसाई धर्म में कन्वर्ट करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आरोप है कि लॉकडाउन में पैसे और खाने का प्रकाभन देकर गरीब लोगों को इसे बनाया गया. इस मामले पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. यह भी दावा किया जा रहा है कि क्षेत्र में एक अस्थाई चर्च भी बना दिया गया है. मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रोहित सिंह सजवाण ने बताया है कि धर्म परिवर्तन को लेकर पुलिस को शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसकी जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी ब्रह्मपुरी को सौंपी गई थी. सजवाण ने बताया कि उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना ब्रह्मपुरी में तीन महिलाओं सहित 9 लोगों को नामजद करते हुए केस दर्ज कराया गया और फिलहाल छानबीन जारी है. शिकायत मंगतपुरम बस्ती के कुछ लोगों द्वारा दी गई थी. पुलिस के मुताबिक, शिकायकर्ताओं का इल्जाम है कि कुछ लोगों ने क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को कोरोना काल के दौरान कुछ आर्थिक मदद दी थी और इसके बाद आरोपियों ने इन लोगों पर धर्म अपनाने का दबाव बनाया। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ताओं का कहना है कि आरोपियों द्वारा मंगतपुरम कालोनी के लोगों के घरों से हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर भी निकालकर फेंकी जा रही है. विरोध करने पर अथवा घटना की शिकायत करने पर आरोपी चाकू-डन्डे लेकर घर आकर जान से मारने की धमकी देते हैं. पूर्व आईएएस राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज संदिग्ध हालात में युवक का शव, परिवार ने लगाया ऐसा इल्जाम सुखना लेक से सटे पार्क में मिला युवती का शव, लोगों के बीच मचा हंगामा