लखनऊ: 10वीं की एग्जाम पास कर चुके छात्रों के लिए बड़ा बदलाव किया गया है. 10वीं उत्तीर्ण करके आगे की पढ़ाई करने वाले उन सभी छात्रों के लिए स्कूलों में अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है, जो सरकार की छात्रवृत्ति योजना (Scholarship Scheme) का फायदा ले रहे हैं. बता दें कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाना उन सभी स्टूडेंट्स के लिए अनिवार्य होगा, जो 10वीं की एग्जाम पास करने के बाद इंटरमीडिएट, टेक्निकल या व्यावसायिक शिक्षा के किसी भी क्षेत्र की पढ़ाई करेंगे. समाज कल्याण विभाग के निदेशक राकेश कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. उल्लेखनीय है कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस के अलावा यूपी सरकार गरीब और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को बड़ी सौगात देने जा रही है. इसके तहत यूपी के प्रत्येक जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा की व्यवस्था की जाएगी. युवाओं को अभ्युदय कोचिंग योजना के जरिए IAS, IPS, IFS, PCS और IIT के एक्सपर्ट सहित अन्य का मार्गदर्शन मिलेगा. बता दें कि मुफ्त कोचिंग के लिए स्टूडेंट्स को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा. इसमें दाखिले के लिए प्रति वर्ष उत्तर प्रदेश प्रशासन और प्रबंधन अकादमी की ओर से पात्रता परीक्षा आयोजित की जाएगी. जान लें कि यूपी के प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी. सीम योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक में समाज कल्याण मंत्रालय ने अपने 100 दिन के एजेंडे में गरीब और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को मुफ्त कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है. एक्सप्रेसवे से अधिक महंगा है स्टेट हाईवे का सफर, यात्रियों को देना पड़ रहा इतना टोल टैक्स अब आधार को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए नामांकन दाखिल करने की आवश्यकता नहीं है मंगल पांडे: देश का पहला क्रांतिकारी, जिसे फांसी देने से जल्लादों तक ने मना कर दिया था