लखनऊ: गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर और लगातार बारिश की वजह से उत्तर प्रदेश में 14 लोगों की जान चली गई है, मंगलवार की रात से ही बारिश कानपुर क्षेत्र में व्यापक विनाश का कारण बानी हुई है. उन्नाव में घर गिरने की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोग मारे गए, हरदोई में चार, कानपुर में दो, इटावा और फतेहपुर में एक-एक की मौत हो गई. वहीं बहती हुई नाली में गिरने के बाद कन्नौज में एक बच्चे की मृत्यु हो गई. यूपी : भारी बारिश से नदियां उफान पर, सीएम योगी आज करेंगे हवाई सर्वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को उन्नाव के भगवंत नगर में बाढ़ प्रभावित इलाके की यात्रा करेंगे. इस दौरान असेंबली स्पीकर और भगवंत नगर विधायक हृदय नारायण दीक्षित भी उनके साथ होंगे. एडीएम उन्नाव प्रभु दयाल ने मुखयमंत्री के दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुबह उत्तर प्रदेश के बक्सर में पहुंचेंगे. उल्लेखनीय है कि गंगा उन्नाव, कानपुर और फतेहपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कन्नौज और फररुखाबाद में इसकी सहायक नदियां समान रूप से उग्र हैं, जहां सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं. केरल के लिए खुशियों की बहार लेकर आया यह फूल प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र फररुखाबाद-बदायूं रोड को सील कर दिया है. इन सभी जिलों में निरंतर बारिश ने स्थिति को और विकट कर दिया है. मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह से कानपुर को आठ घंटे में 103 मिमी बारिश हुई है. दक्षिण कानपुर में पांडु नदी का पानी का स्तर और इटावा में चंबल का जल स्तर भी तेज़ी से बढ़ रहा है. बताया जा रहा है कि करीब 2000 बीघा जमीन जलमग्न हो चुकी है, ऐसे स्थिति में उत्तर प्रदेश से पलायन करने वालों की संख्या 8000 से पार पहुँच गई है. खबरें और भी:- केरल में 43 जिंदगिया लीलने वाला रैट फीवर आखिर है क्या? क्या आप जानते है हर साल बाढ़ से क्यों जूझता है भारत और क्या इसे रोका जा सकता है ? 2990 करोड़ में बनी लौह पुरुष की विश्व की सबसे ऊंची इमारत, चीन दे रहा आखिरी रूप