जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में एक बार फिर से अस्पताल शर्मसार हुआ है। यहां एक महिला को सड़क पर बच्चे को जन्म देने के लिए विवश होना पड़ा है। बताया जा रहा है कि अस्पताल के स्टाफ ने महिला को जबरन बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद गर्भवती महिला ने विवश होकर सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया। वहीं, अब इस मामले में एसीएमओ ने कहा है कि मामला भी उनके संज्ञान में आया है, जांच के आदेश दे दिए गए है, दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। National Girl Child Day : चिराग ही नहीं देता है रोशनी अपार, बेटियों पर भी लूटाओं भर-भर प्यार जानकारी के मुताबिक, मामला जालौन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाबई का बताया जा रहा है। यहां सिरसा की रहने वाली एक गर्भवती महिला अपनी मां के साथ प्रसव कराने आई थी। अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने महिला व उसके परिजनों को तीन दिन बाद आने की बात कहकर चलता कर दिया। परिजनों के बार-बार कहने पर भी डॉक्टरों ने उनकी बात न सुनी और उन्हें जबरन अस्पताल के बाहर कर दिया। इसी बीच महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और वो अस्पताल परिसर में ही जम्में पर लेट गई। यहां से हर माह कमाएं 54 हजार रु, National steel corporation limited में निकली वैकेंसी महिला को तड़पता देख अस्पताल परिसर में उपस्थित महिलाओं ने ही आगे आते हुए अस्पताल में पर्दे लगाकर महिला का प्रसव करवाया। जिसके बाद महिला ने एक स्वास्थ्य बच्ची को जन्म दिया है, किन्तु हैरान करने वाली बात यह रही कि इतना सब होने के बाद भी अस्पताल के डॉक्टर या कोई भी कर्मचारी पीड़ित महिला के पास नहीं पहुंचा। वहीं, जब मामला मीडिया में आया तो चिकित्सकों ने अपनी गलती छिपाने के लिए आनन-फानन में महिला को अस्पताल के वार्ड में भर्ती कर लिया। खबरें और भी:- 1100 से अधिक पद खाली, उत्तर प्रदेश में निकाली वैकेंसी डॉलर के मुकाबले मंगलवार को मजबूती के साथ खुला रुपया कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन गिरावट के साथ हुई बाजार की शुरुआत