नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डीएम अभिषेक प्रकाश ने CMO को निर्देश दिए हैं कि जांच से पहले अब प्रत्येक व्यक्ति को अपना पता समेत पहचान पत्र देना अनिवार्य होगा। प्रदेश में कई लोग कोरोना वायरस से संबंधित सही जानकारी नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसके कांटेक्ट ट्रेसिंग में दिक्कत आ रही है। डीएम ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। डीएम के निर्देश के बाद CMO ने सभी सरकारी और निजी लैब को यह आदेश जारी कर दिया है कि कांग्रेस के दौरान व्यक्ति को अपना पता और पहचान पत्र देना जरुरी होगा। इस फैसले के बाद अब आधार कार्ड, पासपोर्ट, मतदाता परिचय पत्र और अन्य कोई मान्य पहचान पत्र देखने के बाद ही कोरोना वायरस टेस्ट किया जाएगा। इसके साथ ही किसी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एडमिट नहीं कराया गया, तो उसके जिम्मेदार अधिकारी पर सख्त कार्यवाही भी की जाएगी। इसे लेकर डीएम ने सभी नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट, नगर निगम के जोनल अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। उसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि यदि किसी अधिकारी के क्षेत्र में एक भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीज भर्ती होने से छूटा तो जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही की जाएगी। इंफोसिस के हाथ लगी अब तक की सबसे बड़ी डील ! वैंगार्ड के साथ 1.5 अरब डॉलर में हुआ सौदा शेयर बजार की तेजी से हुई शुरुआत, सेंसेक्स में 238 अंकों का आया उछाल आम जनता को एक और झटका, डीजल की कीमत में फिर हुआ इजाफा, पेट्रोल स्थिर