लखनऊ: जिस रफ़्तार से मानसून उत्तर प्रदेश की ओर से बढ़ रहा था, वह धीमी पड़ गई है। मानसून दो दिन पहले बिहार में प्रवेश करने के बाद ठिठक गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश को अभी एक हफ्ते तक मानसून फुहारों के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। वहीं, बदले मौसम से राज्य को गर्मी से मामूली राहत मिली है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर तैयार निम्न हवा के दबाव का क्षेत्र और अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान से जम्मू एवं कश्मीर की ओर बढ़ रहे पश्चिमी विक्षोभ ने मौसम में परिवर्तन किया है। इससे मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई है। ऐसे ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दो-तीन चरण में बारिश हुई है। लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, आगरा, अलीगढ़ में बौछारें पड़ीं। मौसम विभाग लखनऊ के डायरेक्टर जेपी गुप्ता ने बताया है कि मानसून बिहार में पहुंचकर ठिठक गया है। वह जितनी तेजी से चला था वह रफ़्तार कायम नहीं रह पाई। उत्तर प्रदेश में 18 जून को मानसून के आगमन का पूर्वानुमान जताया गया था। लेकिन, जो स्थितियां बन रहीं हैं, उसे देखते हुए अभी मानसून के लिए एक हफ्ते प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। वैसे मौसम अगले दो-तीन दिन तक ऐसा ही बना रहेगा। बदली और बौछारें पड़ने का अनुमान है। वहीं, पूरे राज्य में तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। लखनऊ मौसम विभाग को जिन 33 जिलों की रिपोर्ट मिली है, उनमें सिर्फ बलिया, लखनऊ, इटावा, कानपुर एयरफोर्स और लखीमपुर में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया गया है। बाकी सभी जगह पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही रहा। अग्निपथ: अलीगढ़ के उपद्रवियों की तस्वीरें जारी, हिंसा करने वालों को नहीं छोड़ेगी यूपी पुलिस दादा-पोते की वाहन दुर्घटना में हुई मृत्यु 'रात के 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कहीं न बजे लाउडस्पीकर...', कोर्ट का सख्त आदेश, होगी कार्रवाई