लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में कॉंवड़ियों का रास्ता रोके जाने, उन पर गंदा पानी फेंकने और पथराव किए जाने का मामला सामने आया है। कांवड़ियों पर हमला करने का आरोप महिला ग्राम प्रधान शकीना के ससुर इश्तियाक और उसके सहयोगियों पर लगा है। बताया जा रहा है कि काँवड़ियों पर DJ बंद करने के लिए भी दबाव डाला गया। पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपितों को हिरासत में लिया है। घटना शुक्रवार (29 जुलाई 2022) की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला कैंट थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गाँव परगंवा का है। बगल के लखौरा गाँव के प्रधान राजेंद्र कुछ अन्य काँवड़ियों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली से गंगा नदी में जल भरने कछला नामक स्थान पर जा रहे थे। शाम को करीब 5 बजे जब ये जत्था परगवां गाँव से निकला, तो वहाँ की ग्राम प्रधान शकीना के ससुर इश्तियाक ने काँवड़ियों का रास्ता रोक दिया। इश्तियाक ने इसे गैर परम्परागत मार्ग बताते हुए काँवड़ियों को आगे न जाने के लिए कहा। यही नहीं इश्तियाक ने काँवड़ियों से DJ बंद करने को भी कहा। इश्तियाक के सहयोगियों ने जत्थे में चल रहे जेनरेटर को भी बंद कर दिया। इसके बाद भी जब काँवड़िए आगे बढ़े, तो कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी पिटाई कर दी। इस दौरान छतों से महिलाओं द्वारा गंदे पानी और पत्थर फेंका गया। इससे नाराज कांवड़ियों ने हंगामा कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भारी दल बल के साथ गाँव में पहुँची और 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस के अनुसार, विवाद का निराकरण कर दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बरेली के ADM वी के सिंह के अनुसार, गाँव में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और काँवड़ियों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम किए गए हैं। 'सॉरी, मम्मी-पापा... लड़के से हुआ था लेकिन मेरा प्यार झूठा नहीं था' लिखकर फंदे से झूल गया छात्र 'उसे खोजना मत, वो मर चुकी है..', अनुराधा की हत्या कर मेहँदी बारी ने फेसबुक पर लिखा पोस्ट धोखाधड़ी मामले में ईडी ने ओडिशा के पूर्व विधायक की संपत्ति कुर्क की