लखनऊ: कानपुर हिंसा के बाद राज्य की योगी सरकार की सख्ती ने पथराव करने के आरोपियों को सीधे पुलिस थाने का रास्ता दिखा दिया है. एक दिन पहले 40 दंगाइयों के पोस्टर जारी होने के बाद अब तक एक नाबालिग आरोपी ने आत्मसमर्पण किया है और दो पहले ही अरेस्ट हो चुके हैं. पुलिस ने CCTV सहित तमाम सबूतों को तलाशने के बाद 40 आरोपियों की तस्वीर जारी की थी. बता दें कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कानपुर हिंसा की परतें लगातार खुलती जा रही हैं. व्हाट्सएप चैट से साजिश का भंडाफोड़ हो रहा है. किस तरह ठेले पर पत्थर लाकर हमले किए गए, बोतल में पेट्रोल भरकर बम तैयार किए गए और बाकायदा विरोध में उतरने के लिए उकसाने वाले पोस्टर छपवाए गए. पुलिस ने पोस्टर छापने वाले को भी अरेस्ट कर लिया है. प्रिंटिंग प्रेस के मालिक शंकर के भतीजे निखिल ने कहा कि मैं हयात जफर को नहीं जानता पर कुछ लोग पेनड्राइव लेकर आए थे और कहा कि दस-बीस प्रिंटआउट निकाल दो, A4 साइज के पेपर पर प्रिंट आउट निकलवाए, हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि यह लोग दंगे की योजना बना रहे हैं, शंकर और मैं दोनों ही अपना काम कर रहे थे, यह हमारी रोजी रोटी है, यदि प्रिंटिंग करना अपराध है तो फिर हम कुछ नहीं कह सकते, हमे भी अंदर डाल दो. मीडिया से बात करते हुए कानपुर की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि अब तक 50 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है, हम CCTV फुटेज में लोगों की शिनाख्त कर रहे हैं. इसके साथ ही अवैध निर्माणों पर कानपुर विकास प्राधिकरण कार्रवाई करेगा, कई अनियमितताएं की शिकायत प्राप्त हुई है, हम इस पर कार्रवाई करेंगे. नूपुर शर्मा को दिल्ली पुलिस ने दी सुरक्षा, मिल रही थी जान से मारने की धमकियां वाहन चालक हो जाएं सावधान ! हॉर्न बजाने पर कट सकता है 12000 रुपए का चालान पैगम्बर विवाद: इस्लाम के नाम पर 'बुद्ध प्रतिमा' तोड़ने वाला तालिबान, आज 'कट्टरपंथ' पर भारत को दे रहा ज्ञान