लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में नाबालिग हिंदू छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। स्कूली छात्राओं को बबलू कुरैशी नामक शख्स की दुकान में घसीटा गया और विरोध करने के बाद उनके साथ मारपीट की गई। यही नहीं छात्राओं की गर्दन पर चाकू रख दिया गया। उन्हें बचाने गए दलित युवक के साथ भी कट्टरपंथियों ने मारपीट की। रिपोर्ट के अनुसार, घटना 26 अक्टूबर की है। घटना की सूचना मिलते ही हिंदू समुदाय के लोग थाने के पास इकठ्ठा हो गए और प्रदर्शन किया। अमजद नामक एक मुस्लिम शख्स को 28 अक्टूबर को अरेस्ट किया गया, जबकि अधिकारी अन्य फरार अपराधियों की खोजबीन कर रहे हैं। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। यह घटना सहारनपुर के नकुड़ थाना क्षेत्र में हुई। 16 वर्षीय लड़की के पिता ने शिकायत देते हुए बताया कि 26 अक्टूबर की शाम 5:35 बजे वह अपनी चार सहेलियों के साथ ट्यूशन पढ़कर घर आ रही थी। सभी पीड़िताएं नाबालिग हैं। रास्ते में बबलू कुरैशी की शटरिंग की दुकान पर पांच बदमाश बैठे हुए थे, जिनमें बबलू का बेटा अमजद भी शामिल था। पीड़ित पिता के मुताबिक, अपराधियों ने पाँच लड़कियों में से दो को हाथ और बाल पकड़कर बुरी नियत से दुकान के भीतर खींच लिया। उन्होंने दोनों लड़कियों को पीटा और कहा, "मैं इतने दिनों से कह रहा हूँ कि अपना मोबाइल नंबर दे दो, तुझे समझ ही नहीं आ रहा है।" उनमें से एक ने पीड़ित पिता की बेटी की गर्दन पर चाकू भी तान दिया। उन्होंने लड़कियों को अश्लील इशारे भी किए और धमकी दी कि, "आज तुम्हें कोई नहीं बचा सकेगा।" डरी हुई लड़कियाँ चीखने लगीं और दुकान के बाहर खड़ी उनकी तीन सहेलियों ने राहगीरों से सहायता माँगी। इस बीच राजकुमार वाल्मीकि नामक एक व्यक्ति उस स्थान से निकल रहा था, जब उसने हताश होकर गुहार लगाई और पीड़ितों को बचाने के लिए दुकान के भीतर घुस गया। उसने अपराधियों से लड़कियों को छोड़ने को कहा, मगर आरोपियों ने उस पर जातिवादी गालियाँ देते हुए हमला किया और कहा, “साले, भं# यहाँ से भाग जा।” उनमें से दो ने राजकुमार को लोहे की छड़ों और डंडों से पीटना भी चालु कर दिया। आवाज़ सुनकर कुछ ग्रामीण वहाँ पहुँचे और दुकान में घुसने पर उन्होंने देखा कि आरोपी लड़कियों और दलित व्यक्ति को पीट रहे थे। भीड़ को आता देख पांचों आरोपी फरार हो गए। भागते वक़्त उनमें से एक ने अपनी हीरो होंडा पैशन बाइक घटनास्थल पर ही छोड़ दी। इस बीच कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हमलावरों को बचाने के लिए अपनी छतों से हिंदुओं पर पथराव भी किया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह हालात को संभाला। लड़की के पिता ने पांचों लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्ट के अनुसार, लड़कियों की उम्र 15 से 16 वर्ष के बीच है। घटना के विरोध में हिंदू समुदाय के लोग थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने फिर दर्ज कर उनकी खोजबीन शुरू कर दी। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और पोक्सो (यौन अपराधों के खिलाफ बच्चों का संरक्षण) अधिनियम की संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने लगातार दबिश दी और आखिरकार सफलता हासिल की और अमजद को दबोच लिया। अब सबूतों की मदद से अन्य अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने की कोशिश चल रही हैं। बता दें कि सहारनपुर में लगभग 42 फीसद मुस्लिम आबादी है, वहीं जब मुस्लिम महिलाएं ही ऐसे मनचलों का साथ देने लगें और उन्हें बचाने के लिए पथराव करने लगें, तो आम आदमी किसे दोषी माने ? इलाज कराने गई महिला, नूर आलम ने बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर किया बलात्कार, फिर ब्लैकमेल.. दहेज़ में बुलेट नहीं मिली तो हैवान बना शौहर, करने लगा ये घिनौना काम.. 5 लोगों की जिंदगी निगल गया एक प्रेम संबंध, ओडिशा का हैरतअंगेज़ मामला