'काफिरों को छोड़ना मत..', प्रयागराज में मुस्लिमों को हिंसा के लिए भड़काने वाला इमाम गिरफ्तार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की बड़ी अटाला मस्जिद के इमाम अली अहमद को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इमाम पर 10 जून 2022 को जुमे की नमाज के बाद भीड़ को हिंसा के लिए भड़काने का आरोप है। रिपोर्ट के मुताबिक, इमाम ने पुलिस वालों को काफिर कहते हुए उन पर हमले के लिए भड़काया था। इसके बाद हुई हिंसा और आगजनी को लेकर दर्ज की गई प्राथमिकी में इमाम को नामजद किया गया था। 12 जून 2022 (रविवार) को उसे गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमाम अली अहमद के ही भड़काने के बाद भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाज़ी शुरू कर दी थी। इसी के बाद हिंसा की शुरुआत हो गई, जिसमें कई अधिकारी और पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। प्रयागराज हिंसा में अरेस्ट हो चुके इमाम अली अहमद और जावेद पंप के अलावा जीशान रहमानी, सारा अहमद, पार्षद मोईनुद्दीन और वामपंथी विचारधारा के आशीष मित्तल मुख्य आरोपितों के रूप  में शामिल हैं। पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश कर रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, अली अहमद ने भीड़ को भड़काने के लिए मस्जिद के लाऊडस्पीकर का इस्तेमाल किया था। आरोप है कि उसने पुलिस वालों की ओर इशारा करते हुए कहा था कि ये काफिर हैं इन्हें मत छोड़ो। अली अहमद से पुलिस की पूछताछ जारी है। इस मामले में 80 नामजद आरोपित हैं। 5 हजार अज्ञात आरोपित भी हैं। जावेद पंप के बाद AIMIM प्रयागराज के जिलाध्यक्ष शाह आलम भी पुलिस के निशाने पर है।

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