लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में सर्वेंद्र विक्रम सिंह नामक व्यक्ति ने कुछ लोगों पर लालच देकर धर्मांतरण करने का इल्जाम लगाया है। उन्होंने फतेहपुर थाने में शिकायत दी है कि वह सुल्तानपुर के निवासी हैं और 2021 में काम के सिलसिले में फतेहपुर आए थे। यहाँ उनकी मुलाकात एक रामचंंद्र नामक व्यक्ति से हुई। इस व्यक्ति ने उन्हें धर्मांतरण करने के लिए कई प्रकार के प्रलोभन दिए। उन्हें कहा गया कि यदि वो ईसाई बनते हैं, तो उसकी संस्था उन्हें 15 हजार रुपए देगी और साथ ही सुंदर लड़की से उनका विवाह भी करवाया जाएगा। शिकायतकर्ता के अनुसार, रामचंद्र ने उन्हें कहा है कि, 'आप अपना हिंदू दर्म छोड़कर ईसाई धर्म स्वीकार कर लो, इससे आपको कोई काम नहीं करना पड़ेगा और हम लोग तथा हमारी संस्था आपको नकद रुपए देगी व परिवार का भी मुफ्त में उपचार किया जाएगा।' सर्वेंद्र ने बताया है कि रामचंद्र ने उन्हें बताया था कि उसकी संस्था का नाम सुआट्स विश्वविद्यालय नैनी है। उसने ये भी कहा था कि, 'तुम्हारी शादी सुंदर लड़की से करवा दी जाएगी।' पीड़ित ने जानकारी दी है कि प्रलोभनों के बाद वो लालच में आ गया और इसके बाद उसे इंडियन प्रेस बाईटेरियन चर्च लाया गया। यहाँ उनकी मुलाकात पादरी से हुई। यहाँ भी वादा किया गया कि धर्मांतरण के बाद उन्हें न सिर्फ नकदी मिलेगी, बल्कि कई तोहफे भी दिए जाएँगे। पीड़ित के मुताबिक, चर्च के बाद उन्हें प्रयागराज ले जाया गया। यहाँ उनकी मुलाकात लगभग 40-50 लोगों से हुई, जिन्होंने उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने के लिए उकसाया और कहा कि उनको सुआट्स में नौकरी दी जाएगी, 15 हजार रुपए मिलेगा और सुंदर लड़की से शादी भी करा दी जाएगी। इन लोगों ने सर्वेंद्र को ये भी कहा कि उनकी संस्था के पास काफी पैसा है, जरूरत पड़ने पर उन्हें वो पैसा भी दिया जाएगा। तमाम किस्म के लालच के बाद सर्वेंद्र का धर्म-परिवर्तन देवीगंज के चर्च में कराया गया। इसके बाद उन्हें कहा गया कि 'तुम ईसाई बन गए हो। अब अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और गाँव वालों का भी धर्मांतरण कराओ, इसके लिए तुम्हें 20 हजार रुपए दिए जाएंगे।' शिकायतकर्ता के अनुसार, इन लोगों की संस्था को विदेशों से पैसा मिलता है। इसलिए उन्हें कहा गया कि, 'तुम्हारे जीवन में पैसे की कोई कमी नहीं होगी।' हालाँकि, कुछ दिनों बाद सर्वेंद्र को अपने किए का एहसास हुआ और वह हिंदू धर्म में वापस आ गए। अब उन्होंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि वह बहुत डरे हुए थे। लेकिन, जब उन्हें पता चला कि फतेहपुर में धर्मांतरण मामले पर पुलिस निष्पक्ष जाँच कर रही है, तो वह भी आगे आए और शिकायत दर्ज कराई। बता दें कि पुलिस ने यह मामला IPC की धारा 120 बी, उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3 और धारा 5 (1) के तहत दर्ज किया है। पुलिस ने आरबी लाल (वाइस चांसलर), विनोद बी लाल, अजय लॉरेंस, रमाकांत, जोनाथन लाल, एसबीलाल, स्टीफन पास, डेरिक डेनिस, रामचंद्र, अज्ञात पादरी और 40-5- अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। PFI ने ही करवाई थी भाजपा नेता प्रवीण नेत्तारू की हत्या, आतंक फैलाना था मकसद 'भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ सियासी ड्रामा, कांग्रेस ने देश को बांटा..', कश्मीर में राहुल गांधी का भारी विरोध त्रिपुरा का स्थापना दिवस आज, जानिए कैसे भारत में विलय हुई ये रियासत