नई दिल्ली: पिछले दिनों लखनऊ, उन्नाव सहित देश के 6 शहरों में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) के सक्रिय सदस्य ने दी थी। तमिलनाडु से गिरफ्तार किए गए आरोपी से पूछताछ में यूपी ATS को पता चला है कि धमकी देने वाला व्यक्ति राज मोहम्मद पहले PFI और अब SDPI का सक्रिय सदस्य है। विगत 7 जून को तमिलनाडु के पुडुकोट्टाई इलाके से अरेस्ट किए गए राज मोहम्मद साल 2018 से 2021 के बीच PFI और फिर SDPI का एक्टिव मेंबर है। राज मोहम्मद ने उत्तर प्रदेश के दो और कर्नाटक के चार स्थानों पर स्थित RSS के कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसमें लखनऊ के अलीगंज थाने में दर्ज हुई FIR के बाद यूपी ATS ने राज मोहम्मद को तमिलनाडु से अरेस्ट किया था। यूपी ATS ने 7 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान राज मोहम्मद से पूछताछ की थी। इसी पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि राज मोहम्मद PFI का हार्डकोर मेंबर रहा है। राज मोहम्मद बीते कुछ वर्षों से SDPI के लिए काम कर रहा है। यूपी ATS ने राज मोहम्मद से 2021 से अब तक की गतिविधियों को लेकर सवाल पूछे, तो राज मोहम्मद 2021 के बाद से अपनी गतिविधि पर चुप्पी साध ली। सूत्रों की माने तो राज मोहम्मद PFI के कई बड़े नेताओं के संपर्क में था। राज मोहम्मद के मोबाइल को फॉरेंसिक लैब भेजा गया। डाटा एक्सट्रैक्शन किया गया तो पता चला RSS कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी का पहला मैसेज तमिल में वॉइस रिकॉर्डिंग के माध्यम से लिखा था, जिसके बाद उस मैसेज को हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद कर संघ के लोगों को व्हाट्सएप पर भेजा गया था। फिलहाल 7 दिन की पूछताछ के बाद राज मोहम्मद को ATS ने जेल भेज दिया है। पूछताछ में मिली जानकारी को अब यूपी ATS अपने डेटाबेस से मिलान करवा रही है। साथ ही राज मोहम्मद की मेल ID और सोशल मीडिया अकाउंट डिटेल भी मांगी गई है। नाटो अभ्यास की चुनौती के बीच रूस ने बाल्टिक अभ्यास आयोजित किया 'शिंदे और विधायकों को 24 घंटे का वक्त देता हूँ..', महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे के बीच संजय राउत की डेडलाइन कांग्रेस कर रही "आपका कमलनाथ–आपके साथ" अभियान का शुभारंभ