गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) मुनिराज जी ने मंगलवार (1 अक्टूबर) को जिला अदालत के जेल में बलात्कार के एक आरोपी को मोबाइल फोन मुहैया कराने के आरोप में दो मुख्य आरक्षी और एक आरक्षी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि तीनों के खिलाफ खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया है कि आरोपी विशु तोमर को 21 अक्टूबर को केस के सिलसिले में अपर जिला न्‍यायाधीश फास्‍ट ट्रैक की कोर्ट में ले जाया गया और उसने किसी प्रकार पुलिस से अपने दोस्त के साथ इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉलिंग के जरिए चैट करने के लिए मोबाइल हासिल कर लिया. चैट का वीडियो पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसका संज्ञान लेते हुए एक जांच की गई, जिसके बाद मंगलवार शाम को मुख्य आरक्षी फिरोज मेहंदी एवं ऋषि कुमार और आरक्षी सरफराज अली खान को सस्पेंड कर दिया गया. SP (ग्रामीण) इराज राजा ने कहा है कि यह पुलिसकर्मियों की कर्तव्य में लापरवाही को दर्शाता है और इसने पुलिस विभाग की छवि भी खराब की है. आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा. एसपी ग्रामीण ने कहा कि इनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है. भीषण टैंकर हादसे में हर दिन बढ़ रहा मौत का आकंड़ा 4 बच्चों की माँ को पति ने पड़ोसी के साथ कमरे में बंद कर दिया, फिर तीन तलाक देकर घर से निकाला 4 वर्षीय मासूम के साथ हुई हैवानियत, मामला जानकर काँप उठेगी रूह