लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा में उस वक्त कोहराम मच गया जब दो महिलाएं पानी की टंकी पर जान देने के लिए चढ़ गईं, अधिकारियों द्वारा पीड़ितों की सुनवाई न किए जाने पर उन्होंने यह कदम उठाया. उनका कहना है कि चार महीने से उनके मामले की सुनवाई नहीं की जा रही है, इस बात की सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों महिलाओं को समझा-बुझाकर नीचे उतारा और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. देश के राजस्व के लिए खतरा, वर्ष 2019 में 3.5 फीसदी तक पहुंच सकता है राजकोषीय घाटा यह मामला आगरा तहसील से जुड़ा हुआ है, यहां लोहामंडी थाना अंतर्गत नौबस्ता में मीना और रुचि नाम की महिलाएं एक ही परिवार से हैं, और रिश्ते में सास-बहू हैं. इनके परिवार की जमीन घर के पास ही है, अपनी खाली पड़ी जमीन पर जब इन्होंने निर्माण शुरू किया तो दबंगो ने पुलिस में शिकायत कर निर्माण कार्य रुकवा दिया. इसके बाद पीड़िताएं चार माह से बैनामा लेकर तहसील के चक्कर काट रही थीं पर इनकी कोई सुनवाई नहीं की गई. महिलाएं जब भी अधिकारियों के पास जब जाती तब उनके मामले की सुनवाई करने के बजाय उन्हे टाल दिया जाता था. सरकारी बैंकों के लिए खुशखबरी, सरकार देगी 42 हजार करोड़ रुपये इसी के चलते सोमवार को उनके सब्र का बांध टूट गया और इसके बाद वे तहसील कार्यालय के सामने बनी पानी टंकी पर चढ़ गईं और हंगामा मचाना शुरु कर दिया. महिलाओं की इस हरकत पर वहां भीड़ इकठ्ठा हो गई. भीड़ देखकर तहसील के तमाम अधिकारी तहसील के सामने पानी की टंकी पर पहुंच गए. आला अधिकारियों ने महिलाओं को कार्रवाई का आश्वासन देकर नीचे उतारा और सम्बंधित अधिकरियों से पूछताछ की पर कोई अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं था. खबरें और भी:- शेयर बाजार : मामूली उतार-चढ़ाव के साथ खुला बाजार, जानिए आज के आकड़ें रेलवे ने रद्द की आज की 114 ट्रेनें, यात्रियों को हो सकती है परेशानी तेजी से बढ़ रही है ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में धोखाधड़ी, बचने के लिए इन बातों का रखे ख़्याल