देहरादून: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए शासन ने चेतावनी जारी की है। जानकारी के अनुसार बता दें कि इसमें ऊंचाई वाले क्षेत्रों की यात्रा टालने के साथ ही यहां रहने वाले लोगों को निचले इलाकों में जाने की सलाह दी है। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को प्रदेश में धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। यहां बता दें कि हाड़ कंपाने वाली हवा पहाड़ और मैदान दोनों को बेचैन करती रही। वहीं बता दें कि तीन दिनों से बारिश और बर्फबारी के बाद शुक्रवार को मौसम ने कुछ सुकून दिया। राफेल डील को लेकर पर सुप्रीेम कोर्ट के आए फैसले पर दसॉ ने कहा- एविएशन मेक इन इंडिया को स्थापित करने के लिए समर्पित इसके साथ ही बता दें कि केदारनाथ में दिनभर श्रमिक बर्फ हटाने में जुटे रहे। यहां करीब दो फीट बर्फ जमा है। वहीं बता दें कि बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में भी डेढ़ से दो फीट बर्फ जमा है। इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले में गुरुवार को गंगोत्री से 20 किलोमीटर दूर बंद हुआ हाईवे अभी तक नहीं खोला जा सका है। लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में भी खासी गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल चार धामों में न्यूनतम तापमान माइनस छह से लेकर माइनस 10 डिग्री तक नीचे चला गया है। वहीं उत्तरकाशी में यह एक डिग्री सेल्सियस रहा। वित्तमंत्री ने बताए आंकड़े, विलफुल डिफॉल्टरों के खिलाफ 2500 एफआइआर हुई दर्ज गौरतलब है कि मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को पर्वतीय क्षेत्रों में पाला पड़ सकता है, हालांकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। इसके साथ ही राज्यभर में शुक्रवार को मौसम खुशगवार रहा है। बता दें कि तापमान माइनस 17.2 डिग्री पहुंच गया है। इसके बावजूद कहीं बारिश या बर्फबारी न होने से लोगों ने राहत की सांस ली। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खुला रहा। जम्मू से श्रीनगर के लिए गाड़ियों को रवाना किया गया। खबरें और भी छत्तीसगढ़ चुनाव में आदिवासियों ने सबसे ज्यादा नोटा का उपयोग किया अमिताव घोष को मिलेगा 54वां ज्ञानपीठ पुरस्कार कर्नाटक में जहरीला प्रसाद खाने से 9 की मौत, 80 की हालत गंभीर